व्यूरो, रिपोर्ट
कोरोना वैक्सीन के लिए स्लॉट बुकिंग करवाना इस समय 18 से 45 वर्ष की आयु के लोगों के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण काम हो चुका है। वैक्सीन के लिए जो लोग स्लॉट बुक करवा रहे हैं उनके लिए यह कार्य किसी बड़े स्तर के टेस्ट को क्वालीफाई करने के लिए बराबर है लेकिन इसमें लोगों को ज्यादातर निराशा हाथ लग रही है। हताश हुए लोगों ने इस प्रक्रिया को बदलने की मांग की है।
गौरतलब है कि 31 मई को 18 से 44 आयु वर्ग के लोगों को लगने वाली वैक्सीन की स्लॉट बुकिंग आज 2.30 बजे शुरू हुई परंतु इस स्लॉट बुकिंग में सीएचसी हरिपुर का नाम पहले तो 3.50 तक लिस्ट में आया ही नहीं फिर एकाएक 3.55 पर हरिपुर सीएचसी की बुकिंग साइट पर बुक्ड दर्शाने से हरिपुर व इसके आसपास के लोग अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे हैं।
लगभग 2:30 से अपने मोबाइलों व लैपटाप से चिपके युवाओं व उनके परिजनों को हैरानी तो उस समय हुई जब जिला कांगड़ा के सभी सेंटरों की बुकिंग पूर्ण हो चुकी थी तब तक साइट पर दिखाई जाने वाली लिस्ट में से सीएचसी हरिपुर का नाम गायब था परंतु जब लिस्ट में सीएचसी हरिपुर का नाम आया तो वह फुल था। स्थानीय युवाओं में इस बात को लेकर भारी रोष है। उनका कहना है कि सीएचसी हरिपुर में इस बार 18 प्लस आयु वर्ग के लोगों को दूसरी बार वैक्सीन लगाई जानी थी जिसे लेकर युवाओं में काफी उत्साह था जो युवा पिछली बार स्लॉट बुकिंग करने में असमर्थ रहे थे।
वे इस बार अपने लैपटॉप व मोबाइलों के साथ पूरी तरह तैयार होकर बैठे थे कि आज वह बुकिंग करके ही हटेंगे परंतु लिस्ट में से सेंटर का नाम ही गायब होने के बाद उन्हें भारी निराशा हुई। स्थानीय युवाओं व उनके परिजनों का कहना है कि वैक्सीनेशन लगाने के लिए सरकार द्वारा जो तरीका रखा गया है यह समझ से परे है।
वैक्सीनेशन सैंटर से जुड़े नजदीकी गांवों को ही मिले सुविधा
जैसा कि पिछली बार जहां भी वैक्सिनेशन सेंटर था वहां पर स्थानीय लोगों की बजाए बाहरी व्यक्तियों ने ही टीके लगवाए जबकि स्थानीय लोग मूकदर्शक बने। यह सारा तमाशा देखते रहे लोगों का कहना है कि सरकार को किसी भी सेंटर के दायरे से मात्र कुछ किलोमीटर इलाके के निवासियों को ही वैक्सीनेशन करवाने की इजाजत दी जानी चाहिए। वहीं, कुछ व्यक्तियों को कहना है कि अगर सरकार के द्वारा पोर्टल खोलने का समय 2:30 बजे से लेकर 3:00 बजे तक निर्धारित किया गया है तो यह उक्त समय में क्यों नहीं खुल रहा है। पोर्टल में देरी होने की क्या बजह है।
एक साथ खोली जाए सभी वैक्सीनेशन सेंटर की लिस्ट
वही उक्त साइट पर वैक्सीनेशन लगवाने वाले लगाने वाले सैंटरो की लिस्ट को एक साथ खोला जाए तो लोग सिर्फ अपने नजदीकी सेंटर पर ही रजिस्ट्रेशन करवाने की कोशिश करेंगे। जैसा कि हमने देखा कि उक्त साइट पर वैक्सीनेशन केंद्रों की लिस्ट धीरे धीरे खुल रही है जिस कारण लोग हर सेंटर पर करवाने की कोशिश कर रहे हैं। जिसमें कुछ सुधार की आवश्यकता है। लोगों ने मांग की है कि वैक्सीनेशन कि इस प्रक्रिया को आसान किया जाए जिससे लोग इसका लाभ ले पाएं।