खेत जा रहे गोहाना गांव सरपंच पर बदमाशों ने की तबाड़तोड़ फायरिंग, मौत

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सरपंच राजेश उर्फ राजू रोजाना सुबह अपने खेत जाते थे। सोमवार सुबह लगभग साढ़े छह बजे वे बाइक लेकर खेत के लिए निकले। उन्होंने स्टील के बर्तन में अपने साथ दूध भी ले रखा था। जब वे गांव से कुछ दूर खेत के रास्ते पर गए तो अज्ञात हमलावरों ने उन पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी। इस दौरान उनको कई गोलियां लगी हैं।

हिमखबर डेस्क

गोहाना के गांव छिछड़ाना में सोमवार सुबह सरपंच राजेश उर्फ राजू पर ताब ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया। बाइक पर आए दो अज्ञात हमलावरों ने वारदात को अंजाम दिया।

वारदात स्थल पर लगभग आठ खोल पड़े मिले। सरपंच को भी मुंह व पेट में गोली लगी। उनको बीपीएस राजकीय महिला मेडिकल कालेज के अस्पताल ले जाया गया, जहां पर चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिए। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

10 नवंबर 2022 को पंचायत चुनाव में मतदान से एक दिन पहले पिछड़ा वर्ग से सरपंच प्रत्याशी दलबीर की गोलियां मारकर हत्या की थी जबकि उनके बेटे राहुल पर जानलेवा हमला किया था। कयास लगाए जा रहे हैं कि उसी रंजिश में अब वारदात को अंजाम दिया गया।

सरपंच राजेश उर्फ राजू रोजाना सुबह अपने खेत में जाते थे। सोमवार सुबह लगभग साढ़े छह बजे वे बाइक लेकर खेत के लिए निकले। उन्होंने स्टील के बर्तन में अपने साथ दूध भी ले रखा था। जब वे गांव से कुछ दूर खेत के रास्ते पर गए तो अज्ञात हमलावरों ने उन पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी।

उनको कई गोलियां लगी और वे लहूलुहान होकर मौके पर गिर पड़े। हमलावर वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए। बताया गया है कि दो हमलावर बाइक पर आए थे।

जब ग्रामीण और स्वजन मौके पर पहुंचे तो उनके पेट व मुंह पर गोलियां लगी थी और वे तड़प रहे थे। उनको गांव खानपुर कलां स्थित बीपीएस राजकीय महिला मेडिकल कालेज के अस्पताल ले जाया गया।

वहां चिकित्सक ने उनको मृत घोषित कर दिया। बरोदा थाना के प्रभारी रमेश चंद्र पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। वारदात को लेकर विभिन्न पहलुओं को लेकर जांच शुरू कर दी गई है।

कथूरा खंड की पंचायतों में 11 नवंबर 2022 को चुनाव हुआ था। इसी खंड के अंतर्गत गांव छिछड़ाना की पंचायत में भी चुनाव हुआ था। उसी दिन मतगणना के बाद राजेश को सरपंच घोषित किया गया था। सरपंच बनने के ठीक 13 माह बाद उनकी हत्या कर दी गई।

पंचायत चुनाव में गांव छिछड़ाना की पंचायत सामान्य थी। उस समय सामान्य वर्ग से राजेश, प्रवीन व रविंद्र प्रत्याशी थे जबकि पिछड़ा वर्ग से दलबीर भी चुनाव लड़ रहे थे। मतदान से ठीक एक दिन पहले 10 नवंबर 2022 की शाम को तस्वीर ने दलबीर और उनके बेटे राहुल को चुनावी समीकरण पर चर्चा करने के लिए फोन करके बुलाया था।

पिता-पुत्र वहां गए तो कई लोग शराब पीते मिले थे। वे वहां से जाने लगे तो उसी समय भोलू, अमित, वीरेंद्र और 10-15 लोग आए थे और पिता-पुत्र पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी थी।

दलबीर को मौत के घाट उतार दिया था और उनका बेटा राहुल गोली लगने से घायल हुआ था। राहुल की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया था। अब कयास लगाए जा रहे हैं कि इसी वारदात की रंजिश में अब सरपंच राजेश की हत्या की गई।

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