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मृतक किसान के घर और घटनास्थल उच्च प्राथमिक विद्यालय की दूरी महज 200 मीटर की है। दो दिन से लापता किसान का शव स्कूल के अंदर पड़ा रहा और किसी को भनक तक नहीं लग सकी।
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हिमखबर डेस्क
बांदा जिले में बबेरू कोतवाली क्षेत्र के सतयांव गांव निवासी मृतक किसान अरुणेश मिश्र खेती-किसानी करता था। उसके पास 10 बीघा जमीन है। घर में ट्रैक्टर भी है। वह सात भाई थे। जिसमें यह छठवें नंबर का था। सात माह पहले मई माह में अरुणेश की शादी बांदा के अलीगंज मोहल्ला निवासी वर्षा मिश्रा के साथ हुई थी। वर्षा पांच माह की गर्भवती भी है।
10 दिसंबर को आखिरी बार उसकी अपनी पत्नी वर्षा से बात हुई थी। तब से वह लापता हो गया था। बड़े भाई कमलेश मिश्र ने बताया कि हत्यारोपी देवेश नामदेव के घर अरुणेश का आना जाना था। मित्रवत व्यवहार था। मृतक अपने मित्र देवेश की वक्त जरूरत पर पैसे से भी मदद करता था। छह माह पहले हत्यारोपी देवेश के पिता के निधन पर उसने अंतिम संस्कार से लेकर तेरहवीं तक उसकी मदद की थी।
किसान के घर से घटनास्थल की दूरी 200 मीटर
बदहवास हुई अरुणेश की पत्नी वर्षा
भाग न सके इस कारण उतरवाए थे अरुणेश के कपड़े
रात में उसे स्कूल में मिलने के लिए बुलाया
अरुणेश का गला नायलोन की रस्सी से कस दिया
गले में पड़ी चेन व रुद्राक्ष की माला को निकाल लिया
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