धर्मशाला- राजीव जस्वाल
अतिरिक्त उपायुक्त राहुल कुमार ने आज उपायुक्त कार्यालय के सभागार में ‘‘मेरी पॉलिसी मेेरे हाथ’’ कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने बताया कि कृषि मंत्रलाय भारत सरकार तथा हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अन्तर्गत आने आनी वाली फसलों का बीमा करवाने वाले ऋणी किसानों को उनकी दहलीज तक बीमा पत्र वितरण किया जाएगा। इस अवसर पर कुछ ऋणी किसानों को मौके पर ही उनके बीमा पत्र आवंटित किये गये।
एडीसी ने बताया कि ऋणी किसानों को फसल बीमा पत्र उनके घर तक वितरित करना इस बात का प्रमाण होगा कि बीमित राशि कितनी अदा, कितने क्षेत्रफल का बीमा करवाया गया है। उन्होंने बताया कि यह बीमा पत्र किसानों को क्लेम निपटान में उपयोगी सिद्ध होगा तथा किसानों का फसल बीमा योजनाओं के प्रति विश्वास व उन्हें अधिक जानकारी हासिल होगी।
उन्होंने बताया कि संवाद के माध्यम से किसानों को बीमा करवाने के लिए अवगत करवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि लोकमित्र केन्द्र/बैंकों द्वारा पोर्टल पर दिये गये विवरण की जानकारी से किसानों को अवगत करवाना, ताकि किसी भी प्रकार की त्रुटि का निपटारा लोक मित्र केन्दों/बैंकों द्वारा समय रहते किया जा सके।
उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों को पंचायत स्तर पर जागरूकता शिविर लगाने के निर्देश दिये ताकि किसानों को उनके हितों के लिए सरकार द्वारा शुरू की गई विभिन्न योजनाओं की जानकारी मिल सके। उन्होंने किसानों को भी इन योजनाओं बारे अन्य किसानों को भी प्रेरित करने का आह्वान किया।
कृृषि विभाग के उपनिदेशक डॉ.राहुल कटोच ने फसल बीमा योजनाओं की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में रबी के अन्तर्गत गेहूं और जौं के लिए कुल 24346 किसानों ने अपना बीमा करवाया है तथा पुनर्गठित मौसम पर आधारित बीमा योजना के अन्तर्गत रबी में आलू के लिए कुल 164 किसानों ने अपना बीमा करवाया है।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में रबी के अन्तर्गत गेहंू के लिए किसानों को केवल 18 रुपये प्रति कनाल तथा जौं के लिए 15 रुपये प्रति कनाल अदा करने हैं तथा खरीफ के अन्तर्गत मक्की एवं धान के लिए 24-24 रुपये प्रति कनाल अदा करने हैं तथा शेष राशि सरकार द्वारा अनुदान के रूप में वहन की जाएगी।
बीमा के लिए जरूरी दस्तावेज
उन्होंने बताया कि बीमा करवाने के लिए बैंक कापी, जमाबन्दी, आधार कार्ड, मोबाइल नम्बर के साथ किसान सीधा पोर्टल चउइिलण्हवअण्पद के माध्यम से फसल बीमा करवा सकते हैं। कटोच ने बताया कि इस योजना के लिए दी एग्रीकल्चर इन्सोरेंस कम्पनी अधिकृत की गई है।
पीएमएफबीयो में रबी की फसलों का बीमा करवाने की अन्तिम तिथि 15 जुलाई है। पुनर्गठित मौसम पर आधारित बीमा योजना के लिए भारतीय स्टेट बैंक जनरल इन्शोरेंस कम्पनी अधिकृत की गई है जिसके अन्तर्गत रबी में कांगड़ा जिला के कांगड़ा, भवारना, धर्मशाला, नगरोटा बगवां खंडों में आलू की फसल का बीमा करवाया जा सकता है जसके लिए अंतिम तिथि 31 दिसम्बर निर्धारित है।
किसानों को रबी में आलू की फसल का बीमा करवाने के लिए 125 रुपये प्रति कनाल अदा करना होगा। पुनर्गठित मौसम पर आधारित बीमा योजना में खरीफ में कांगड़ा जिला के बैजनाथ खंड में आलू की फसल का बीमा करवाया जा सकता है और इसके लिए किसानों को 150 रुपये प्रति कनाल अदा करना होगा।
खरीफ में टमाटर की फसल के लिए भेडू महादेव, नगरोटा बगवां, कांगड़ा, रैत, भवारना, बैजनाथ में बीमा करवाया जा सकता है। जिसके लिए किसानों को 200 रुपये प्रति कनाल अदा करना होगा। आरडब्लयूबीसीआईएस में खरीफ की फसलों (टमाटर तथा आलू) का बीमा करवाने की अंतिम तिथि 31 जुलाई निर्धारित की गई है।
इस मौके पर आईएस प्राबेशनर गुरसिमर सिंह, जिला कांगड़ा के जिला राजस्व अधिकारी, नाबार्ड, बीमा कम्पनियों, सम्बन्धित बैंकों के अधिकारी, लोक मित्र केन्द्र कांगड़ा के जिला प्रबन्धकों सहित बहुत संख्या में हितकारक मौजूद थे।