हिमखबर डेस्क
लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद, नई दिल्ली में आज राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की पहली बैठक हुई। बैठक में जदयू, लोजपा, टीडीपी, जदएस और शिवसेना सहित अन्य दल शामिल हुए। बैठक में सरकार बनाने को लेकर मंथन हुआ।
बैठक के बाद जनता दल यूनाइटेड (जदयू) सांसद संजय कुमार झा ने बताया कि एनडीए की बैठक में नीतीश कुमार शामिल हुए। बैठक में सभी घटक दलों के नेताओं ने अपने विचार रखे और तीसरी बार एनडीए को जनादेश देने के लिए जनता को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार का गठन होगा और जल्द ही सभी सांसदों की बैठक होगी।
बैठक से पहले, शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने भी केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनाने के लिए अपना समर्थन दिया। शिवसेना को महाराष्ट्र में सात और एनसीपी को एक सीट पर जीत मिली है।
तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) भाजपा के बाद दूसरा सबसे बड़ा घटक दल है। इसके वरिष्ठ नेता कनकमेडला रविंद्र कुमार पहले ही साफ कर चुके हैं कि आंध्र प्रदेश में भाजपा और जनसेना के साथ हमारा चुनाव पूर्व समझौता महज राजनीतिक अंकगणित की सौदेबाजी नहीं है, बल्कि यह विश्वसनीयता का बंधन है। जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि हम जनादेश का सम्मान करते हैं।
लोक जनशक्ति पार्टी-राम विलास के प्रमुख चिराग पासवान ने कहा है कि वे किसी भी सूरत में एनडीए का साथ नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने कहा था कि मैं देश के अगले प्रधानमंत्री बनने जा रहे नरेंद्र मोदी को बधाई देना चाहता हूं। उनके नेतृत्व में एनडीए तीसरी बार केंद्र में सरकार बनने जा रही है।
राष्ट्रपति भवन में नई सरकार की शपथ की तैयारियां शुरू हो गई हैं। परंपरा के मुताबिक पीएम मोदी बृहस्पतिवार को नई सरकार बनाने का दावा पेश कर सकते हैं। सबसे बड़े दल के नाते राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू उन्हें आमंत्रित करेंगी।
लोकसभा चुनाव में एनडीए को 292 और विपक्षी गठबंधन को 234 सीटें मिली हैं। देश में सबसे अधिक सीटें भाजपा ने जीती हैं।