सीटू ने जारी किया मज़दूरों का घोषणा पत्र, मज़दूर विरोधी मोदी सरकार के खिलाफ चलेगा अभियान – डॉ कश्मीर ठाकुर

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मंडी – अजय सूर्या 

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सीटू का ज़िला स्तरीय अधिवेशन आज कामरेड तारा चन्द भवन मंडी में भूपेंद्र सिंह की अध्यक्षता में आयोजित किया गया।जिसमें आगामी लोकसभा चुनावों के लिए मजदूरों का घोषणापत्र जारी किया गया और अच्छे दिनों का नारा देकर सत्ता में आई नरेंद्र मोदी की सरकार का संकल्प लिया गया।

अधिवेसन में आंगनवाड़ी, मिड डे मील, मनरेगा व निर्माण, फोरलेन, रेहड़ी फड़ी व अन्य यूनियनों के 150 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। अधिवेशन का उद्धघाटन सीटू के राष्ट्रीय सचिव डॉक्टर कश्मीर सिंह ठाकुर ने किया। उन्होंने कहा कि सीटू ने राष्ट्रीय स्तर पर निर्णय लिया गया है कि लोकसभा चुनावों के दौरान मज़दूरों के लिए मोदी सरकार से पिछले दस साल का हिसाब किताब पूछा जायेगा जिसने मजदूरों के लिए बने 44 श्रम क़ानून निरस्त कर दिए हैं।

ये सब पूंजीपतियों और कम्पनियों का मुनाफा बढ़ाने के लिए किया गया है। दो करोड़ रोज़गार देने का वादा किया था लेकिन हक़ीक़त में रोज़गार छीनने का काम किया गया और सार्वजनिक क्षेत्र को बेचा जा रहा है। अग्निवीर के नाम पर नॉकरी देने के नाम पर युवाओं से धोखा किया जा रहा है।

तानाशाही कायम करने के लिए सभी प्रकार की स्वायत संस्थाओं को विरोधियों को दबाने के लिए किया जा रहा है। चुने हुए मुख्यमंत्रीयों को ईडी और सीबीआई का दुरूपयोग करके जेल में रखा गया है। महंगाई औऱ बेरोज़गारी लगातार बढ़ रही है और चुनावी बांड का घोटाला सामने आने के बाद उससे जनता का ध्यान हटाने के लिए राम मन्दिर के नाम पर वोट मांगे जा रहे हैं। लेकिन सीटू मोदी सरकार की पिछली दस साल की कारगुज़ारियों के बारे सभी मजदूरों को अवगत करवायेगी और उसके लिए जनजागरण अभियान चलायेगी।

राज्य महासचिव प्रेम गौत्तम ने कहा कि सीटू ने मजदूरों का घोषणापत्र तैयार किया है जिसे सभी मजदूरों तथा आम जनता तक पहुंचाने का काम किया जायेगा और मज़दूर विरोधी मोदी सरकार को हराने के लिए अभियान चलाया जाएगा। मोदी सरकार ने मनरेगा, बाल विकास योजना, मिड डे मील और आशा वर्करों के वेतन में कोई बढ़ोतरी नहीं कि है और इन्हें सरकारी कर्मचारी घोषित करने के लिए वर्ष 2013 में हुए फ़ैसले को लागू नहीं किया है और अब इसे नीजि हाथों में सौंपने की तैयारी की जा रही है।

मोदी सरकार ने न्यूनतम ने न तो वेतन में बृद्धि नहीं कि है उल्टा बजट में कटौती कर दी है। ये सरकार लगातार मजदूर व किसान विरोधी नीतियां बना रही है इसलिए इसे सत्ता से बाहर करना जरूरी है।

भूपेंद्र सिंह ने बताया कि 30 अप्रैल तक सभी यूनियनों की खण्ड कमेटियों की बैठकें की जाएंगी और 1 मई मज़दूर दिवस से गांव गांव में जनअभियान शुरू किया जाएगा जिसमें पर्चा वितरण और बैठकें आयोजित की जाएंगी। 1 मई को मंडी, जोगिन्दर नगर, सरकाघाट और बालीचौकी में कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। जन अभियान का समापन 30 मई को सीटू के स्थापना दिवस के मौके पर किया जायेगा।

ये रहे उपस्थित

बैठक में महासचिव राजेश शर्मा, रमेश गुलेरिया, गुरुदास वर्मा, गोपेंद्र शर्मा, इंद्र सिंह,सन्तोष कुमारी, हमिन्द्री शर्मा, बिमला, सुदर्शना, अर्चना, तमन्ना, रानी देवी, सुरेंद्र कुमार, प्रवीण कुमार, बिमला देवी, सुनीता देवी सहित डेढ़ सौ सदस्यों ने भाग लिया।

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