शराब ठेकों पर आई ताला लगाने की नोबत, हिमाचल में आपदा के बाद 60 प्रतिशत गिरा कारोबार

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शिमला – नितिश पठानियां

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हिमाचल में आपदा के बाद प्रदेश ठेकों पर शराब का करोबार 60 प्रतिशत तक गिरा है। प्रदेश में शराब का कारोबार गिरने के कारण लाइसेंस की फीस तक नही दे पा रहे हैं। ऐसे में शराब कारोबारियों की दिक्कतें आए दिन बढ़ती जा रही हैं।

कारोबारियों में हिमाचल फाइन संगठन के प्रधान अनंत नाम वर्मा, हमीरपुर से नरेंद्र ठाकुर, शम्मी कुमार, अजय धीमान, सुरजीत बराड़, सोलन से वीरेंद्र ठाकुर, नरेश ठाकुर, कांगड़ा, ऊना से पवन पटियाल, राजीव पटियाल, आशीष शर्मा, ज्वाली विधानसभा क्षेत्र से रजत ठाकुर, राम सिंह, टाहलीवाल से अशोक ठाकुर ने प्रदेश सरकार से लाईसेंस की फीस जमा कराने को लेकर दो माह का अतिरिक्त समय देने की मांग उठाई है।

शनिवार को प्रदेशभर के शराब के कारोबारी ठेकों पर शराब कारोबार में हो रही घाटे से परेशान होकर समस्या हल निकालने के लिए एक्साइज कमिश्नर यूनुस के कार्यालय में पहुंचे थे। शराब कारोबारियों का कहना है कि हिमाचल में आपदा के बाद शराब के कारोबार में 60 प्रतिशत गिरावट हुई है, जिसके चलते वह विभाग की निर्धारित की गई लाइसेंस फीस नहीं देने में असमर्थ हैं।

लाइसेंस की फीस की समस्या को लेकर शराब कारोबारियों ने एक्साइज कमिश्नर यूनुस को अवगत करवाया कि इस काम की भरपाई के लिए दो महीने का अतिरिक्त समय दिया जाए, जिससे वह शराब कारोबार में हो रहे घाटे से बच सके।

एक्साइज कमिश्नर यूनुस ने प्रदेशभर से आए हुए शराब कारोबारियों की बातें सुनी और आश्वासन दिया की इन सब समस्याओं को प्रदेश सरकार के सामने रखा जाएगा, जिसके लिए कुछ समय लगेगा। इसके बाद शराब कारोबारियों ने मांगों को लेकर उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, आबकारी विभाग के प्रधान सचिव भरत खेड़ा से मुलाकात की।

उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही उनकी समस्या का समाधान किया जाएगा। इसी बीच शराब कारोबारियों की परेशानियां दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं, क्योंकि शराब कारोबार गिरने से कारोबारियों को करोड़ों रुपए अभी तक विभाग के कार्यालय में जमा करवाने को बाकी हैं।

शराब कारोबारियों का कहना है कि अगर उन्हें दो महीने का अतिरिक्त समय नहीं दिया गया तो वह सडक़ों पर आ जाएंगे। क्योंकि बैंक से लोन लेकर शराब कारोबारियों ने कारोबार चलाया है, शराब कारोबारियों ने कहा कि उनके पास जितना भी पैसा था सभी कारोबार में लगा चुके हैं अब हमारे पास सरकार को देने के लिए कुछ भी नहीं बचा है।

शराब कारोबारियों ने विभाग के अधिकारियों को अवगत करवाया की बाहरी राज्यों से चंडीगढ़-पंजाब से आने वाली सस्ती शराब ने कारोबार बिल्कुल ठप हो चुका है। दूसरी तरफ टूरिस्ट हिमाचल में न के बराबर है, जिससे शराब कारोबार ठप पड़ा है। शराब कारोबारियों ने कहा कि अगर उन्हें दो महीने की मोहलत नहीं दी गई तो मजबूरन हमें अपने ठेकों पर ताले लगाकर चाबियां विभाग को कंपनी पड़ेगी।

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