नई दिल्ली – नवीन चौहान
लोकसभा चुनावों के बीच देश के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है। केंद्र सरकार के प्रयासों से वैसे तो भारत की अर्थव्यवस्था लगातार शिखर छू रही है और दुनियाभर में भारत की साख बढ़ी है। इसी बीच मौजूदा वित्त वर्ष के खत्म होने तक देश तरक्की की नई परिभाषा लिखने वाला है।
एशियन डिवेलपमेंट बैंक ने भारत के संदभ में बड़ा दावा किया है। यह दावा मजबूत सार्वजनिक व निजी निवेश और मजबूत सेवा क्षेत्र के लिए किया है। एडीबी ने दावा किया है कि 31, मार्च 2025 को समाप्त होने वाले वित्त वर्ष के लिए भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 6.7 प्रतिशत से बढक़र 7 प्रतिशत हो जाएगा।
गुरुवार को जारी एडीबी के प्रमुख आर्थिक प्रकाशन एशियन डेवलपमेंट आउटलुक (एडीओ) अप्रैल 24 के नवीनतम संस्करण में व्यक्त किया गया है। वित्त वर्ष 2024 में विकास के लिए केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा बुनियादी ढांचे के विकास पर उच्च पूंजीगत व्यय, निजी कारपोरेट निवेश में वृद्धि, मजबूत सेवा क्षेत्र के प्रदर्शन और उपभोक्ता विश्वास में सुधार को कारक बताया गया है। इसमें कहा गया है कि वस्तु निर्यात में सुधार और विनिर्माण उत्पादकता और कृषि उत्पादन में वृद्धि से वित्त वर्ष 2025 में विकास को गति मिलेगी।
भारत में एडीबी के निदेशक मियो ओका ने कहा कि वैश्विक प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद भारत अपनी मजबूत घरेलू मांग और सहायक नीतियों के बल पर सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बना हुआ है।
राजकोषीय समेकन करते हुए बुनियादी ढांचे के विकास को बढ़ावा देने और एक सक्षम कारोबारी माहौल प्रदान करने के भारत सरकार के प्रयासों से निर्यात बढ़ाने और भविष्य के विकास को बढ़ावा देने के लिए विनिर्माण प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाने में मदद मिलेगी।