हिमखबर डेस्क
राजनीति की डगर आसान नहीं होता है इसका आभास मंडी संसदीय क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी कंगना रनौत को ग्राम ग्राम पंचायत कुगति और पूलन के सफर के दौरान आभास होता नजर आया।
यहां पर अमूमन 150 मीटर करीब का सफर प्रत्याशी को पैदल ही उबड़-खाबड़ रास्ते को पार कर करना पड़ा। जिससे कई बार तो कंगना रनौत की सांसे तक फूल गईं।
ऐसे में उन्हें आभास होता नजर आया कि राजनीति की फील्ड में पैर जमाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है। जिससे उन्हें आभास हुआ कि दुर्गम क्षेत्र के बाशिंदों का 5जी के समय में भी किस प्रकार से जीवन यापन किया जाता है।
इसके अलावा अभिनेत्री ने जनजातीय भरमौर की वापसी के दौरान राख स्थित चाय के ढ़ाबे पर स्वयं चाय बना कर ढाबा मालिक और अन्य लोगों को चाय परोसी।
कुल मिला कर जनजातीय क्षेत्र भरमौर के दुर्गम क्षेत्रों में अभिनेत्री व बीजेपी प्रत्याशी कंगना रनौत को आभास हो गया कि ग्रामीण क्षेत्रों में चुनावी प्रचार-प्रसार कितना जटिल है।