मंडी – अजय सूर्या
मंडी जिला के सरकाघाट में तथाकथित गोली लगने से युवती घायल मामले में सोमवार को फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल का दौरा कर साक्ष्य जुटाए है। साथ ही फॉरेंसिक टीम ने मौके से बंदरों को भगाने के लिए इस्तेमाल होने वाले एक इम्प्रोवाइज्ड हथियार को भी जांच के लिए भेज दिया है। फोरेंसिक टीम के साथ डीएसपी सरकाघाट संजीव गौतम पुलिस टीम सहित कठोगण गांव पहुंचे और आधा दर्जन लोगों के बयान कलमबद्ध किए।
बता दें कि इस मामले में पुलिस ने पहले अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ गोली चलाने की एफआईआर दर्ज की थी। वहीं अब परिजनों ने हिमाचल पुलिस के हेड कांस्टेबल मनोज ठाकुर पर गोली चलाने के आरोप लगाते हुए अपने बयान दर्ज कराए हैं। इन आरोपों को मनोज ठाकुर पहले ही नकार चुके हैं और जांच के लिए सहयोग की भी बात कह चुके हैं।
परिजनों के अनुसार बंदरों को भगाने के लिए मनोज ठाकुर ने फायर किया था और इस फायर से उनकी बेटी घायल हुई है। इसके अलावा घायल युवती की माता मंशा देवी ने सोशल मीड़िया पर वायरल वीडियो में मनोज ठाकुर पर और आरोप जडे हैं। उधर, इस घटना में घायल युवती प्रोमिला अभी भी पीजीआई चंडीगढ़ में उपचारधीन है।
डीएसपी सरकाघाट संजीव गौतम के बोल
डीएसपी सरकाघाट संजीव गौतम ने बताया कि परिजनों की ओर से दूसरी बार दिए गए बयानों के अनुसार और लगाए गए आरोपों के आधार पर पुलिस ने जांच आगे बढाई है। जिसमें सोमवार को फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल का दौरा भी किया है। साथ ही पुलिस ने मौके पर मौजूद आधा दर्जनों लोगों के बयान भी दर्ज किए हैं। इसके अलावा घटना को लेकर आसपास के लोगों से भी पूछताछ की गई है। मामले में आगामी कार्रवाई जारी है।