कौन छीन रहा हक: न बाढ़ आई, न घर ढहा, फिर भी PM आवास योजना में मंजूर हो गए 25 मकान

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पंचायत भरमाड़ में आपदा में क्षतिग्रस्त 25 मकानों की सूची की स्वीकृति पर बबाल, लोगों ने जड़े प्रधान व अधिकारियों की मिली भगत के आरोप, बोले,सूची में शामिल लोगों के ज्यादातर लोगों के मकान हैं पक्के ,फिर भी आपदा में कर दिए शामिल।

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ज्वाली – शिवू ठाकुर

ज्वाली विधान सभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत भरमाड़ में आपदा के तहत प्रधानमंत्री आवास योजना की सूची आई है! उसमें ग्राम पंचायत भरमाड़ के आपदा के तहत प्रधानमंत्री आवास योजना मै 25 मकान सवीकृत हुए है जो बिकास खंड फतेहपुर कि पंचायतों मै भरमाड़ की पंचायत पहले नं पर है यहाँ सबसे जयादा मकान सवीकृत हुए है!

ग्राम पंचायत भरमाड़ के वार्ड न० दस के सदस्य विधया सागर सपुत्र धर्म सिंह व अरूण कुमार सपुत्र बिहारी लाल ने लिखित प्रैस बयान में बताया कि भरमाड़ पंचायत मै जो आपदा के तहत 25 मकानों की सूची आई है उसमें जयादातर से मकान पकके है !

इस सूची में जो नाम है वह पहले भी सरकार की ओर से मकान की सुविधा ले चुके है और उनहे दोवारा सूची में डाल दिया है जो सरासर गलत है! इसकी शिकायत उनहोंने लिखित तौर पर खंड बिकास कार्यालय फतेहपुर मै लगभग एक महीने पहले की थी!

शिकायत के वाद फतेहपुर कार्यालय से कुछ कर्मचारीयों ने भरमाड़ पंचायत में आकर जांच की थी लेकिन अभी तक कोई भी जवाब नहीं मिला! उनका कहना है भरमाड़ पंचायत में इस बरसात के मौसम में कोई भी मकान नहीं गिरा और ना ही भरमाड़ पंचायत में कहीं बाढ़ आई! पंचायत में सिर्फ दो मकान गिरने के कगार पर थे लेकिन उनहे सूची से बाहर रखा गया था ! एक को सूची में डाल दिया और दूसरे को सूची से बाहर रखा !

पंचायत प्रधान सुशील कुमार व खंड बिकास अधिकारी फतेहपुर के कुछ कर्मचारियों की मिली भगत से बिना मौका देखे हुए सूची वना दी! जिसमें 25 मकानों की सूची तैयार कर दी! इस सूची में मौजूदा प्रधान की माता का नाम भी सूची में है ! उनका यह भी कहना है जो सूची में कुछ ऐसे भी डाले गये है जिनके नाम जमीन भी नहीं है !

उनका कहना है कि भरमाड़ पंचायत में कोई खडड नहीं है, भरमाड़ पंचायत की सीमा के साथ लगती एक खडड (मंजूही) जो कि पंचायत कंदोर में आती है और दूसरी खडड (बूहल) जो कि सिद्धपुर घाड़ पंचायत में आती है, लेकिन सबसे ज्यादा बाड़ भरमाड़ पंचायत आई है, जिससे लगभग 25 मकान क्षतिग्रस्त हो गये है!

जव यह सूची आई तव लोगों को पता चला कि किस किस के मकान क्षतिग्रस्त हो गयें है, आखिरकार गिर हुए मकानों के छायाचित्र किसने खींचे और कहाँ से लगाये गये है हालांकि कि पंचायत के सदस्यों को भी इसकी जानकारी नहीं है! एक तो सरकार वितीय संकट से गुजर रही है, वही प्रधान ने अपने वोट वनाने के लिए अपने चहेतों के नाम डालकर सरकार को लाखों रूपयों का चूना लग रहा है!

बिभागीय जानकारी के अनुसार आपदा के तहत प्रत्येक सदस्य को एक लाख साठ हजार रुपये देने है ! उनहोंने बताया कि भरमाड़ पंचायत में कोई भी मकान नहीं गिरा है, तो सवाल पैदा हो रहा है कि 25 मकान कैसे सवीकृत हुए! उनका कहना है कि किस्त जारी करने से पहले बिभाग अचछी तरह से जांच कर ले कि पंचायत में कया सही और कया गलत है!

उनका यह भी कहना है कि अगर खंड कार्यालय फतेहपुर एक सप्ताह के अंदर कोई भी जांच नहीं करता है तो हम कोर्ट का दरवाजा खटखाने को मजबूर हो जायेंगे! इसके साथ ही इसकी शिकायत प्रधानमंत्री कार्यालय, मुख्यमंत्री कार्यालय, पंचायत मंत्री और जिलाधिकारी को कर दी जायेगी!

पंचायत सचिव रविन्द्र गुलेरिया के बोल

इस बारे पंचायत सचिव रविन्द्र गुलेरिया से जानना चाहा तो उन्होंने बताया कि मकानों की सूची की शिकायत लोगो ने वीडीयो फतेहपुर को की थी! उनहोंने कहा कि जांच करने आये खंड कार्यालय फतेहपुर द्बारा समसत घरों का निरीक्षण कर लिया गया है, जलद ही इसकी रिपोर्ट खंड कार्यालय से आ जायेगी!

खंड बिकास अधिकारी फतेहपुर सुरेन्द्र जेतली के बोल

इस बारे खंड बिकास अधिकारी फतेहपुर सुरेन्द्र जेतली से जानना चाहा तो उनहोंने बताया कि भरमाड़ पंचायत के लोगों ने शिकायत कि थी इस सूची मै जयादा तर मकान पकके है! कार्यालय से हमारे कर्मचारी जांच के लिए गये थे जांच जारी है क्या सही क्या गलत है निष्पक्ष जाँच की जायेगी!

पंचायत प्रधान सुशील कुमार  के बोल

इस बारे पंचायत प्रधान सुशील कुमार से जानना चाहा तो उनहोंने बताया कि भारी बरसात के कारण लोगों के घरों में पानी घुस गया था और मकान रहने के लाईक नहीं थे मैंने मौका देखकर सूची तैयार कर दी और 25 मकानों की सूची सवीकृत होके आ चुकी है!

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