धर्म नेगी- चुराह
उपमंडल सलूणी रंगड़ों के हमले से खुद को बचाने के लिए भागते हुए बेटी का नियंत्रण बिगड़ गया, जिससे वह खाई में गिरने लगी। बेटी को बचाने के लिए मां ने उसे पकड़ने का प्रयास किया, लेकिन उसे पकड़ नहीं पाई।
रंगड़ों के हमले से खुद को बचाने के लिए भागी मां बेटी को इस बात का कतई आभास नहीं था कि उनके आगे और पीछे दोनों तरफ मौत भाग रही है। बुधवार सुबह साढ़े नौ बजे भदड़ोता के पास पहाड़ी पर घास काटते समय दोनों पर रंगड़ों ने हमला कर दिया।
दोनों खुद को बचाने के लिए सुरक्षित स्थान की तरफ भागने लगीं। भागते हुए बेटी का नियंत्रण बिगड़ गया, जिससे वह खाई में गिरने लगी। बेटी को बचाने के लिए मां ने उसे पकड़ने का प्रयास किया, लेकिन उसे पकड़ नहीं पाई।
जिससे मां का भी नियंत्रण बिगड़ा और दोनों 200 मीटर गहरी खाई में जा गिरीं। हादसे में दोनों की मौत हो गई है। इनकी पहचान तृप्ता (32) पत्नी मान सिंह गांव भदड़ोता डाकघर भड़ेला और ईशा (16) पुत्री मान सिंह निवासी गांव खड़कियाला के रूप में हुई है। उनके साथ घास काट रहे अन्य लोगों ने दोनों को खाई से बाहर निकाला। तृप्ता की मौके पर ही मौत हो चुकी थी।
जबकि ईशा को इलाज के लिए सिविल अस्पताल किहार पहुंचाया गया। जहां पर इलाज से पूर्व ही उसने दम तोड़ दिया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस की टीम भी मौके पर पहुंच गई।
पुलिस ने मां, बेटी के शव को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल तीसा पहुंचाया। जहां पर पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिए गए। तहसीलदार पवन ठाकुर ने बताया कि प्रशासन की ओर से पीड़ित परिवार को तीस हजार की फौरी राहत प्रदान की गई है।
औपचारिकताएं पूर्ण कर अन्य राहत राशि भी पीड़ित परिवार को मुहैया करवाई जाएगी। मां बेटी की इस दर्दनाक मौत के बाद पूरे इलाके में मातम का माहौल है।
पुलिस अधीक्षक अरुल कुमार ने बताया कि भडे़ला पंचायत में मां और बेटी की खाई में गिरने से मौत हुई है। पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया है। मामले की आगामी कार्रवाई जारी है।

