सुंदरनगर – डॉली चौहान
देवभूमि हिमाचल को देवताओं की धरती से जाना जाता है और यहां कण-कण मेें भगवान वास करते हैं। हिमाचल में प्राचीनतम से प्राचीनतम मंदिर मिल जाएंगे, जो खुद में भव्य इतिहास समेटे हुए हैं।
ऐसा ही एक भव्य मंदिर है सुंदरनगर में। सुंदरनगर उपमंडल की पंचायत महादेव के अंतर्गत यह मंदिर धनोटू बग्गी मार्ग धनोटू से लगभग 400 मीटर दूर सडक़ के किनारे स्थित है।
यह निर्माणाधीन मंदिर लगभग 23 साल पहले से शनै:- शनै: अग्रसरता की ओर उन्मुख है। मंदिर की एक खास बात यह है कि इसके हर पत्थर पर राम राम लिख कर उकेरा जा रहा है। यह समस्त देवभूमि हिमाचल ही नहीं, अपितु संपूर्ण भारत वर्ष में अपने आप में भव्यता और अलोकिकता का उदाहरण है।
श्री राम हनुमान मंदिर सेवा समिति इस मंदिर का निर्माण करवा रही है। मंदिर को बनाने वाले एकमात्र राजमिस्त्री बिहारी लाल गोहर ब्लॉक स्यांज गवाड़ क्षेत्र से ताल्लुक रखते हैं, जो पिछले लगभग 23 वर्षों से लगातार अकेले ही हर पत्थर पर राम राम नाम उकेर रहे हैं।
उन्होंने 17 सितंबर, 2000 से पहले पत्थर पर राम नाम लिखकर शुरुआत की थी, जिस तरह से देवभूमि हिमाचल प्रदेश में पहाड़ों में काष्ठ कला के मंदिरों का निर्माण हो रहा है। उसी अनुरूप सुंदरनगर की महादेव पंचायत के अधीन आने वाले इस मंदिर पर पत्थरों के ऊपर राम-राम उकेरा जा रहा है।
एक दिन में मिस्त्री मात्र दो या तीन पत्थर ही मुश्किल से बना पाते हैं। जो संपूर्ण राम नाम से अंकित होते हैं। इतनी अच्छी धरोहर जो आने वाले समस्त पीढिय़ों के लिए प्रेरणा स्रोत के रूप में बन रही है। ग्राम वासियों के अतिरिक्त प्रशासन से आग्रह करने के बाद भी 23 वर्ष तक इस मंदिर को गति नहीं मिल पाई है।
अगर कोई श्रद्धालु या भक्तजन इस धार्मिक कार्य हेतु अपनी श्रद्धा से दान देना चाहते हैं, तो श्री राम हनुमान सेवा समिति के सचिव चमन ठाकुर के पेटीएम नंबर 7807535988 पर दान दे सकते हैं।