धर्मशाला-राजीव जस्वाल
प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से शनिवार को प्रदेशभर में टीजीटी आर्ट्स की अध्यापक पात्रता परीक्षा (टेट) में एक प्रश्न के उत्तर ने परीक्षार्थियों को परेशानी में डाल रखा है। सीरीज एक के 108 नंबर प्रश्न के चारों जवाब गलत पाए गए। जबकि इसमें सही जवाब नहीं दिया गया था। प्रश्न गोवा भारतीय गणतंत्र का अंग कब बना दिया गया और इसके चार ऑप्शन 1947, 1950, 1957 और 1961 दिए गए थे।
प्रश्न के दिए चारों आप्शन को देख कर परीक्षार्थी भी सोच में पड़ गए। जिन परीक्षार्थियों को उत्तर पता था, वह भी हैरत में पड़ गए। दोपहर बाद परीक्षा केंद्र से बाहर आकर हर परीक्षार्थी इस प्रश्न के गलत आप्शन लिखे जाने को लेकर चर्चा करते रहे। जबकि इस प्रश्न के उत्तर का जवाब था 30 मई 1987। ऐसे में परीक्षा देने पहुंचे लोगों ने प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड पर लापरवाही का आरोप लगाया है। प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड पहले भी इस तरह की लापरवाही करता आया है।
बोर्ड के छठी कक्षा के पाठ्यक्रम में हिमाचल की लोक संस्कृति और योग के अध्याय छह में कारगिल के वीर विजेता नामक पाठ में कारगिल सेक्टर के काकसर की लड़ाई को कोकसर सेक्टर की लड़ाई बताया गया था। तीन साल तक स्कूल के विद्यार्थी स्कूलों में काकसर को कोकसर पढ़ते रहे।
17 अक्तूबर 2018 को जब अमर उजाला ने इस मसले को उठाया तो बाद में बोर्ड की आंखें खुलीं और कोकसर की जगह काकसर की लड़ाई किया गया। अब टीजीटी आर्ट्स की टेट परीक्षा में उपरोक्त प्रश्न के गलत आप्शन से फिर प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड को कटघरे में डाल दिया है। परीक्षार्थियों ने बोर्ड से आग्रह किया है कि इस प्रश्न का नंबर दिया जाए।
यदि प्रश्न का उत्तर गलत है तो यह मामला विशेषज्ञ कमेटी के पास भेजा जाएगा। उसके बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा। ऐसे मामलों में ग्रेस मार्क्स देने का प्रावधान रहता है। – अक्षय सूद, सचिव, हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला