बिलासपुर- सुभाष चंदेल
विकास खंड झंडूता की पंचायत बलोह के गांव संगास्वीं-2 में शराब का ठेका खोलने का लोगों ने विरोध किया है। ज्ञात हो कि गांव संगास्वीं में अवैध शराब के लिए पहले ही चर्चित है। यहां पर लगभग दो ढाई दशक से अवैध शराब का धंधा चल रहा है। अवैध शराब बेचने वालों के हौसले इतने बुलंद हैं कि उन्हें प्रशासन व पुलिस का भी डर नहीं होता।
ऐसी हरकतों से खासकर गांव की महिलाएं काफी परेशान हैं, लेकिन अब हाल ही में यहां पर शराब का ठेका खुलने से यहां की युवा पीढ़ी के भी नशे के आदी पड़ने के डर से महिलाओं ने ठेके के विरोध में अपनी आवाज बुलंद कर दी है।
स्थानीय लोगों ने विरोध जताते हुए कहा कि वे यहां किसी भी सूरत में शराब का ठेका नहीं खुलने देंगे। आबकारी एवं कराधान विभाग की ओर से यहां पर शराब का ठेका खोलने का स्थानीय लोगों ने वीरवार को जमकर विरोध किया।
ज्ञात हो कि जब इस शराब के ठेके को खोलने की प्रक्रिया शुरू हुई थी तो भी एसडीएम झंडूता को स्थानीय पंचायत प्रधान की ओर से तथा महिला मंडलों ने विरोध प्रस्ताव से अवगत करवाया था। बावजूद इसके यहां पर शराब का ठेका खोल दिया गया।
हालांकि कुछ लोग यहां शराब का ठेका खोलने के पक्ष में भी दिखे और उनका मानना था कि इस गांव में अवैध शराब का कारोबार चल रहा है जो ठेका खुलने से बंद होगा और सरकार को भी टैक्स मिलेगा।
वीरवार को जब महिलाओं की भीड़ ठेके के विरोध में जमा हुई तो शाहतलाई पुलिस को भी सूचित किया गया। सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची और मामले को शांत करवाया।
पंचायत प्रधान संगीता देवी का कहना है कि शराब के ठेके को न खोलने के बारे में प्रशासन को अवगत करवाया गया था। अब इसकी शिकायत उपायुक्त बिलासपुर से की जाएगी। ताकि यहां पर शराब का ठेका न खुल सके। उन्होंने कहा कि लोगों ने विरोध किया है और किसी भी सूरत में शराब का ठेका नहीं खुलेगा।
उधर, आबकारी एवं कराधान विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने भी लोगों से बातचीत की लेकिन लोगों ने शराब के ठेके का विरोध किया।