चम्बा- भूषण गुरुंग
एसएफआई इकाई चम्बा द्वारा वीरवार को काॅलेज परिसर में धरना-प्रदर्शन किया गया। यह धरना-प्रदर्शन प्राध्यापकों के रिक्त पदों व नई शिक्षा नीति के विरोध में किया गया। प्रदर्शन के दौरान एसएफआई के राज्य सचिव अमित ठाकुर ने बताया कि हिमाचल प्रदेश और देश के अंदर तमाम लोग जानते हैं कि केंद्र सरकार द्वारा 2020 की राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू की जा रही है जोकि कहीं न कहीं छात्रों व शिक्षा व्यवस्था के खिलाफ है। एसएफआई इसका विरोध कर रही है।
उन्होंने कहा कि यह शिक्षा नीति पहले क्या शिक्षा देती है और किस तरह भारत में लोकतंत्र व संविधान को खत्म करना है। उन्होंने कहा कि एसएफआई मानती है कि शिक्षा नीति को संसद के अंदर चर्चा के माध्यम से लाना चाहिए था लेकिन इसे पिछले दरवाजे से संसद में बिना इसको लागू करने की कोशिश की गई है और शिक्षा का भगवाकरण किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि लंबे समय से चम्बा काॅलेज में अध्यापकों के पद रिक्त चल रहे हैं। इसके लिए एसएफआई इकाई द्वारा कई बार मांग पत्र के माध्यम से अवगत करवाया है, लेकिन उस पर भी कोई कार्य नहीं किया जा रहा है। इसमें भी राजनीतिक तौर पर भर्तियां की जाती हैं। अभी तक भी काॅलेज में कई विषयों के अध्यापकों के पद खाली चल रहे हैं, ऐसे में विद्यार्थियों को पढ़ाई करने में मुश्किलें सामने आ रही हैं।
उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति द्वारा शिक्षा के निजीकरण को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसलिए एसएफआई इस शिक्षा नीति का विरोध करती है। नई शिक्षा नीति छात्रों के विरोध में है और शिक्षा व्यवस्था के खिलाफ है इसे वापस लिया जाए।