हिमखबर डेस्क
ब्यूटीफुट सिटी चंडीगढ़ के सेक्टर 10 में एक कोठी पर ग्रेनेड अटैक में अब पुलिस ने ऑटो चालक को गिरफ्तार किया है। इस मामले में अब लगातार खुलासे हो रहे हैं। सेक्टर 10 में जिस कोठी पर हमला किया गया था, वो रिटायर्ड प्रिंसिपल की है।
इस मामले में अब चंडीगढ़ पुलिस, एनआईए और पंजाब पुलिस की टीमें जांच कर रही हैं। बता दें कि घटना में कोई भी घायल नहीं हुआ था। केवल मकान की खिड़कियां और मौके पर रखे गमले क्षतिग्रस्त हुए थे। घटना का शिमला कनेक्शन भी सामने आया है।
जानकारी के अनुसार, चंडीगढ़ के पॉश एरिया सेक्टर-10 में यह कोठी है। बुधवार शाम 6 बजकर 17 मिटन पर ऑटो में आए दो युवको ने कोठी पर ग्रेनेड फेंका था। बताया जा रहा है कि इस कोठी में पहले पंजाब पुलिस के एक एसपी रहते थे, जो कि अब रिटायर हो गए हैं। उन्हीं को टारगेट किया गया था हालांकि, वह अब यहां पर नहीं रहते हैं और रिटायर्ड प्रिंसिपल और उनकी पत्नी यहां पर रहती हैं।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, कोठी पर हमले में आरोपियों को ऑटो में लाने वाले चालक को भी पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है। फिलहाल, इसमें खालिस्तानी एंगल की भी जांच की जा रही है। पुलिस की टीमें लगातार स्पॉट पर डटी हुई हैं। आरोपियों की तस्वीरें भी सामने आई हैं। इन संदिग्धों की पुलिस को तलाश है।
उधर, चंडीगढ़ पुलिस ने 112 कंट्रोल रूम के साथ-साथ एक व्हाट्सएप नंबर भी जारी किया है। इसमें कोई भी व्यक्ति इन आरोपियों की जानकारी पुलिस कंट्रोल रूम नंबर 112 पर दे सकता है। इसके इलावा व्हाट्सएप्प नम्बर 9465121000 पर भी सूचना दी जा सकती है।
सूत्रों के मुताबिक बताया जा रहा है कि इस मकान में पंजाब पुलिस का एक रिटायर्ड अधिकारी किराए पर रहता था। उस अधिकारी पर पहले भी कुछ लोगों ने हमला करने की कोशिश की थी। उस मामले में 2023 में स्पेशल सेल में एक एफआईआर भी दर्ज हुई थी। माना जा रहा है कि जिन लोगों ने आज इस वारदात को अंजाम दिया है, उन्हें यह लग रहा था कि यह मकान उसी अधिकारी का है और शायद उसी अधिकारी को आरोपी निशाना बनाने आए होंगे।
मकान के मालिक रिटायर्ड शिक्षक भूपेश मल्होत्रा हैं, जो हिमाचल प्रदेश के शिमला से इवनिंग कॉलेज के प्रिंसिपल के तौर पर रिटायर हुए हैं। चंडीगढ़ पुलिस को की गई पीसीआर कॉल के मुताबिक, 6:41 पर पुलिस को इस मामले की सूचना दी गई थी, जो रितु मल्होत्रा की तरफ से दी गई थी।
सूत्रों के मुताबिक इस मामले में पुलिस ने पंजाब पुलिस के एक निलंबित कर्मचारी को शक के आधार पर पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। उधर, पता चला है कि मकान के मालिक 100 साल के हैं और इनके दो बेटे हैं, जो विदेश में रह रहे हैं। दोनों बेटे बारी-बारी से अपने माता-पिता की सेवा के लिए यहां आते हैं।