डमटाल- व्युरो
इंदौरा विधानसभा क्षेत्र में पड़ते अंदरून डमटाल में जल शक्ति विभाग द्वारा वनाये गये पीने के पानी के टैंक की हालत बहुत ही दयनीय है इस टैंक का निर्माण बर्ष 2016 में हुआ था । यह टैंक इंदौरा की विधायक के गृह क्षेत्र में पड़ता है अगर विधायक के गृह क्षेत्र में इस प्रकार घटिया कार्य ठेकेदारों किये गए हैं तो आम क्षेत्रों में क्या हालात होंगे।
लोगों ने सरकार से यह मांग की है कि इस टैंक के निर्माण में ठेकेदार द्वारा इस्तेमाल की गई घटिया निर्माण सामग्री की जांच कर ठेकेदार को ब्लैकलिस्ट किया जाये। इस टैंक का निर्माण करने वाले ठेकेदार ने इस टैंक पर चढ़ने के लिए गैलरी तक तो सीढ़ियों का निर्माण कर दिया परन्तु सीढ़ियों की साइड में कोई रेलिंग नहीं लगाई और ना ही गैलरी से टैंक तक चढ़ने के लिए कोई सीढ़ी का निर्माण किया।
अब प्रशन यह उठता है कि यदि जल शक्ति विभाग का कोई कर्मचारी इस टैंक में पानी चैक करने के लिए जाता है तो बह इस 12 मीटर ऊंचे टैंक पर बिना सीढ़ी के कैसे चढ़ पायेगा। इस टैंक पर जल शक्ति विभाग के कर्मचारियों को मात्र उड़न खटोला ही पहुंचा सकता है।
अब देखने योग्य बात है कि जिस टैंक में चढ़ने के लिए ठेकेदार ने ना ही कोई सीढ़ी लगाई ओर ना ही कोई रेलिंग, बाबजूद उसके विभाग ने उस ठकेदार को इस टैंक की पैमेंट कैसे कर दी। इस टैंक के निर्माण में में हुए गपले में ठेकेदार के साथ साथ जलशक्ति विभाग की भी मिलीभगत स्पष्ट रूप से दिखाई से रही है प्रदेश सरकार को चाहिए कि ऐसे भ्रष्ट ठेकेदारों को ब्लैकलिस्ट करना चाहिए ताकि भविष्य में कोई ठेकेदार इस तरह का घटिया निर्माण करने से पहले सौ बार सोचे और सरकार का पैसा इस तरह बर्बाद ना हो।
इसके साथ साथ जिन विभागीय अधिकारियों की देखरेख में इस घटिया टैंक का निर्माण हुआ है सरकार उनके खिलाफ भी सख्त से सख्त कार्यवाही अमल में लाये। ता कि विभागीय अधिकारियों व ठेकेदारों द्वारा मिलीभगत से ये जो लूट का गोरखधंधा प्रदेश में चलाया जा रहा है उस पर लगाम लगा कर प्रदेश की जनता को राहत प्रदान की जा सके।
इस विषय पर जब जल शक्ति विभाग के सनी कर्मचारियों से बात की गई उन्होंने बताया कि टैंक में रैलीगं व सीढ़ियां ना होने के कारण टंकी में चढ़ने में बहुत मुश्किल आती है।
इस विषय पर जब जल शक्ति विभाग इंदौरा के अधिशासी अभियंता गुरबख्श धीमान से बात की गई उन्होंने बताया आप के माध्यम से यह मामला मेरे ध्यान में आया है आज छुट्टी है सोमवार को जिस ठेकेदार ने यह कार्य करवाया है उस कार्य को देखा जाएगा कि उस कार्य की पेमेंट कर दी गई है या अभी शेष है रेलिंग व सीढ़ियां टंकी के साथ ही लगाई जाती हैं अगर ऐसा नहीं किया गया है तो ठेकेदार से ही इस कार्य को पूरा करवाया जाएगा।