ऊना,अमित कुमार
1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध की यादों को ताजा करती हुई स्वर्णिम वर्ष विजय मशाल यात्रा आज ऊना के जिला मुख्यालय के एमसी पार्क पहुंची। देश की राजधानी नई दिल्ली से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रवाना की गई इस मशाल का जिला मुख्यालय के पुराना बस अड्डा चैक पर सैन्य और प्रशासनिक अधिकारियों ने भव्य स्वागत किया।
वही एमसी पार्क में आयोजित समारोह के दौरान 1971 के युद्ध के दौरान भाग लेने वाले जिला के वीर सैनिकों और इस युद्ध में देश के लिए प्राणों की आहुति देने वाले जांबाज जवानों की वीर नारियों की मौजूदगी में मशाल को शहीद स्मारक पर स्थापित किया गया। कार्यक्रम के दौरान स्कूली बच्चों ने देशभक्ति से ओतप्रोत सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देकर खूब समां बांधा। वही आर्मी बैंड की विशेष प्रस्तुति ने भी मौजूद लोगों का खूब मन मोहा।
1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध की यादों को ताजा करती हुई दिल्ली से चली स्वर्णिम वर्ष विजय मशाल यात्रा शनिवार सुबह जिला मुख्यालय पहुंची। मशाल का स्वागत सैन्य और प्रशासनिक अधिकारियों ने संयुक्त रूप से पुराना बस स्टैंड चैक पर किया। इस मौके पर डीसी राघव शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि यह मशाल नई दिल्ली से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रवाना की गई है।
ऊना पहुंची यह विजय मशाल यात्रा देश के उन हिस्सों में जा रही है जहाँ के जवानों ने 1971 युद्ध में अपना पराक्रम दिखाते हुए पाकिस्तान को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था। डीसी ऊना ने कहा कि भारतीय सेनाओं का पराक्रम सदैव काबिले तारीफ रहा है। भारतीय सेना ने मातृभूमि की रक्षा में सदैव अग्रणी भूमिका निभाते हुए देशवासियों को सुरक्षित रखा है।
1971 के युद्ध में भाग लेने वाले पूर्व सैनिकों ने भी युद्ध भूमि की स्वर्णिम यादों को ताजा किया। देश के वीर सैनिकों ने बताया कि उस युद्ध में भारत ने पाकिस्तान पर किस तरह से विजय हासिल की। उन्होंने युद्ध भूमि में पाकिस्तानी सैनिकों के घुटने टेकने की घटना को याद करते हुए उस पल को देश के लिए गौरवमयी क्षण करार दिया। वही इस युद्ध में खो चुके अपने साथियों को भी याद करते हुए उनके शौर्य और पराक्रम की प्रशंसा की। पूर्व सैनिकों ने 1971 युद्ध के 50 वर्ष पूरे होने पर आयोजित किये जा रहे कार्यक्रमों को लेकर केंद्र सरकार की भी प्रशंसा की।