पाकिस्तान,
पाकिस्तान पर एक और सर्जिकल स्ट्राइक हुई है। भारत की तर्ज पर इस बार पाकिस्तान को घर में घुसकर ईरान ने सबक सिखाया है। ईरान की सेना का हिस्सा रिवोल्यूशनरी गार्ड ने दावा किया है कि उन्होंने पाकिस्तान में घुसकर अपने दो सैनिकों को छुड़ा लिया है, जिन्हें आतंकियों ने बंधक बना लिया गया था।
इन सैनिकों को करीब ढाई साल पहले जैश उल-अदल संगठन ने बंधक बनाया था। ईरान ने पाकिस्तान सरकार और सैना से लगातार सम्पर्क बनाए रखा, लेकिन कोई फायदा नहीं मिला तो बीते मंगलवार को इस सर्जिकल स्ट्राइक को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। अब दोनों सैनिकों को सुरक्षित ईरान में भेज दिया गया है।
बता दें, जैश उल-अदल एक आतंकवादी संगठन है, जिसने पाकिस्तान में गहरी जड़े जमा ली हैं। इस कट्टरपंथी वहाबी संगठन ने 16 अक्टूबर, 2018 को दोनों देशों की सीमा पर बलूचिस्तान प्रांत के मर्कवा शहर में ईरान की सेना के 12 सैनिकों का अपहरण कर लिया था। जिस समय अपहरण हुआ, तब ये सैनिक पाकिस्तान की सीमा पर मौजूद थे।
इसके बाद दोनों देशों के बीच चली कूटनीतिक वार्ता के परिणाम स्वरूप दो टुकड़ों में 10 सैनिकों को छुड़ा लिया गया था, लेकिन आतंकवादी संगठन ने 2 सैनिकों को अब तक अपने कब्जे में रखा था।
पाकिस्तान सरकार ने साधी चुप्पी
इस सर्जिकल स्ट्राइक की खबर सामने आने के बाद एक बार फिर पूरी दुनिया में पाकिस्तान की थू-थू हो रही है। भारत ने सफल सर्जिकल स्ट्राइक कर पाकिस्तान का असली चेहरा दुुनिया के सामने ला दिया था। अब एक बार फिर साबित हो गया कि पाकिस्तान में डेरा जमाए बैठे आतंकी संगठन बेकाबू होते जा रहे हैं। जैश उल-अदल के बारे में कहा जाता है कि इस संगठन ने ईरान में कई सैन्य ठिकानों के साथ ही नागरिकों पर भी हमले किए हैं। पाकिस्तान की ओर से अभी इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन माना जा रहा है कि इसका असर दोनों देशों के रिश्तों पर जरूर पड़ेगा।