हिमखबर – व्यूरो रिपोर्ट
महाराष्ट्र के अमरावती में चल रही अंडर-14 गर्ल्स कबड्डी नेशनल टूर्नामेंट में हिमाचल को मिली हार को लेकर जांच शुरू हो गई है। प्रदेश के हस्तक्षेप के बाद स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया ने महाराष्ट्र के आयोजकों से मैच काे लेकर रिकॉर्ड तलब किया है। हिमाचल की टीम ने मैच के दौरान पक्षपात करते हुए जबरन हराने का आरोप लगाया है।
फेडरेशन महासचिव और उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत कमार शर्मा के बोल
फेडरेशन के महासचिव और उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत कमार शर्मा ने बताया कि खेल पर्यवेक्षकों, रेफरी सहित कोच से मामले की पूरी जानकारी मांगी गई है। लखनऊ स्थित फेडरेशन के सीईओ के ध्यान में मामला लाया गया है। सीईओ ने जांच के आदेश दिए हैं।
11 दिसंबर की रात करीब 11 बजे महाराष्ट्र के अमरावती में क्वार्टर फाइनल मुकाबले में हिमाचल और महाराष्ट्र की टीम आमने-सामने थी। आरोप है कि मैच में निर्णायक मंडल ने हिमाचल को हराने के लिए पक्षपात किया। हिमाचल को नियमों के खिलाफ जाकर प्रतियोगिता से बाहर किया।
कबड्डी टीम हेड कोच सुरेंद्र शर्मा के बोल
हिमाचल कबड्डी टीम के हेड कोच सुरेंद्र शर्मा ने बताया कि पूरी प्रतियोगिता में प्रदेश की टीम का प्रदर्शन बेहतरीन रहा। हिमाचल ने अपने मुकाबले एकतरफा जीते। प्रदेश के खिलाड़ियों को गलत तरीके से कई बार येलो कार्ड दिखाए गए। सुरेंद्र शर्मा ने बताया कि मैच को निर्धारित समय से तीन मिनट पहले ही समाप्त कर दिया गया। निर्णायक मंडल ने टीम के मैनेजर के साथ भी दुर्व्यवहार किया।
कोच ने बताया कि मामले की पूरी जानकारी स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया को दे दी गई है। सोशल मीडिया से वीडियो भी उपलब्ध करवाए गए हैं। उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत कुमार शर्मा ने बताया कि इस तरह के मामले स्वीकार नहीं किए जाएंगे। खेल में राजनीति नहीं होनी चाहिए। मामले की पूरी जांच करवाई जा रही है।