चुराह- धर्म नेगी
हिमाचल प्रदेश के जिला चंबा के चुराह घाटी की 5 पंचायतों में पिछले 18 से 20 महीने से बस सेवा पूर्ण रूप से बंद है। वहां के लोगों ने प्रशासन के सामने कई बार अपनी मांगे रखी लेकिन प्रशासन ने हर बार लोगों को निराश ही किया।
5 पंचायतें कलहेल करेरी चिरोड़ी भावला जसोरगढ़ दियोला आती है। वहां के स्थानीय लोगों का कहना है कि इस रूट पर पिछले 1 साल या डेढ़ साल से उन्हें काफी परेशानी आ रही है। जहां पर चंबा के लिए मात्र 100 और ₹150 में पहुंच जाते हैं वहां पर लोगों को टैक्सी के द्वारा पंद्रह सौ से 2000 के बीच में किराया देना पड़ रहा है।
ग्रामीणों का कहना है कि बस सुविधा न होने से टैक्सी चालक मनमाना किराया वसूल रहे हैं। वैश्विक कोरोना महामारी के कारण लोग पहले ही आर्थिक मंदी झेल रहे हैं। बस सेवा न होने से गरीब लोगों को टैक्सी चालकों को अधिक किराया देना पड़ रहा है। चंबा व तीसा जाने के लिए मजबूरन टैक्सी में जाना पड़ रहा है।
दियोला व जसौरगड़ पंचायत में 10 हजार से अधिक आबादी रहती है लेकिन फिर भी बस सुविधा नहीं है। चंबा से तीन बजे चलने वाली निगम की बस ही लोगों के लिए सहारा थी, जिसे बंद कर दिया है। जहां पर चंबा में 107 रूट है वहां पर मात्र इन पंचायतों के लिए ही बस सेवा क्यों ठप है।
जब इस बाबत RM से बात की गई तो उनका मानना है कि बस की इनकम नहीं आ रही है। जिस वजह से बस की सेवा बंद की हुई है जबकि सरकार का काम एक लोगों के लिए हर एक सुविधा प्रदान करना होता है लेकिन इस समय यह जो प्रशासन की तरफ से नजरअंदाज वाला रवैया किया जा रहा है। यह काफी ही शर्मनाक है।
वहां के स्थानीय निवासी अशोक नेगी ने हालांकि 1100 सीएम शिकायत हेल्पलाइन नंबर पर भी 2 बार कॉल की थी और वहां की स्थानीय समस्याओं को गिनवाया। लेकिन बावजूद इसके कार्य नहीं किया गया है।
दियोला पंचायत में जब 1 तारीख को वहां पर विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज के द्वारा जब सुकरेली रोड़ का उद्घाटन किया गया तो लोगों ने उस समय भी अपनी बस समस्या रखी।
सब लोगों ने कहा कि पिछले डेढ़ साल से यहां पर बस सेवा नहीं है महोदय जी आपसे विनम्र निवेदन है कि RM से बात करके यहां के लिए बस सेवा को दोबारा शुरू कराएं।
हालांकि उस दिन जब बात की लोगों के सामने तो RM ने कहा हम कल सुबह से बस सेवा शुरू कर देंगे लेकिन उसके बाद वहां पर कोई भी बस नहीं आई जो काफी निराशाजनक है।
फिर उसके बाद वहां पर हनुमान मोड़ा से गडोड सड़क का शिलान्यास था 14 तारीख को वहां पर भी लोगों ने बस की परेशानी माननीय विधायक और उपाध्यक्ष हंसराज जी के सामने बात रखी की बस सेवा शुरू नहीं हुई हैै। तो एक बार फिर इसके ऊपर आप प्रशासन से बात करें जब विधानसभा उपाध्यक्ष ने बात की तो फिर से वही बात दोहराई जाती है कि हम कल सुबह बस भेज देंगे।
यहां पर यह देखने को मिलता है कि एक विधानसभा उपाध्यक्ष और जो लोगों का चुना हुआ प्रतिनिधि है। उसकी प्रशासन नहीं सुन रहा है तो आम जनता का क्या हाल है आज आम जनता का इसी तरह से बेहाल है ।
जनता को हमेशा नकारा जाता है। नजरअंदाज किया जाता है। यहां पर इस पंचायत में ही नहीं पांचो पंचायतों की प्रधान बीडीसी उपप्रधान सब ने प्रशासन के सामने बात रखी थी लेकिन सब को आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिला उन्हें भी यही कहा जाता है कि आप परेशान मत होइए बस सेवा जल्द शुरू की जाएगी लेकिन ढाक के तीन पात।
ना बस सेवा शुरू हुई ना लोगों की समस्याएं सुनी गई 107 रूट होने के बावजूद भी सभी रूटों पर जो बसे हैं वह सुचारू रूप से चल रही है परंतु हमारा यह एकमात्र ऐसा रूट जो बिल्कुल बंद है।
समझ में नहीं आता कि प्रशासन इन 5 पंचायतों के लोगों के साथ इतना सौतेला व्यवहार क्यों कर रहा है।वहां के स्थानीय निवासियों ने कई बार अपनी मांगों को लेकर प्रशासन के पास गए अशोक इल्म नेगी भगत राम परस राम ज्ञान नेगी साहिब नेगी इत्यादि।
लोगों ने अब प्रशासन से उम्मीद छोड़ दी है और उनका मानना है कि अगर हमारी मांगों को जल्द माना नहीं जाता तो वह उग्र आंदोलन करने से भी गुरेज नहीं करेंगे जिसका खामियाजा प्रशासन खुद भुगतेगा।
जिस कल्याणकारी राज्य की बात करते हैं उस कल्याणकारी राज्य में आज आम जनता को इतना नजरअंदाज और सौतेला व्यवहार किया जा रहा है जिसका जवाब जनता जरूर देगी।