हिमखबर डेस्क
हिमाचल प्रदेश में एक ऐसा गांव है, जहां हर परिवार सालाना 75 लाख रूपये से ज्यादा की कमाई करता है। हिमाचल का ये सबसे अमीर गांव माना जाता है और दावा है कि कमाई के मामले में एशिया महाद्वीप में 10 सबसे अमीर गांवों में शुमार है। इस गांव का नाम है मड़ावग। आइये जानते हैं इस गांव की पूरी कहानी। कैसे यहां हर परिवार हर साल 75 लाख रुपये तक कमा लेता है।
मड़ावग हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले की चौपाल तहसील में आता है। मड़ावग शिमला शहर से करीब 83 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद है। ये पूरा इलाका सेब की खेती पर निर्भर है और सेब के 100 वर्ष पुराने रॉयल किस्म के फलदार पौधे आज भी यहां मौजूद हैं।
मड़ावग पंचायत प्रधान प्रेम डोगरा के बोल
मड़ावग पंचायत के प्रधान प्रेम डोगरा ने बताया कि उनकी पंचायत में 7 वार्ड हैं, जिनमें 480 से ज्यादा परिवार रहते हैं।यहां पर सभी लोग कमाई के लिए सेब बागवानी पर ही निर्भर हैं और हर साल सेब बेचकर ही यहां का हर परिवार 75 लाख रूपए से ज्यादा की आमदनी करता है।
प्रेम डोगरा ने बताया कि इस इलाके का रॉयल किस्म का सेब अपने स्वाद और बेहतरीन शेल्फ लाइफ के लिए दुनिया भर में मशहूर है। इस गांव में आज भी सेब के 100 वर्ष पुराने रॉयल किस्म के फलदार पौधे मौजूद हैं। रॉयल के अलावा भी तकरीबन 50 से ज्यादा किस्म के सेब की यहां पर बड़े पैमाने पर पैदावार की जाती है।
पंचायत प्रधान के मुताबिक, मड़ावग पंचायत समुद्र तल से करीब 9000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है और यहां की मिट्टी सेब उत्पादन के लिए बेहद अनुकूल है, जिसकी वजह से यहां के बागवान खास किस्म के उच्च गुणवत्ता वाले सेब को बेचकर अच्छी कमाई कर पा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि यहां के खास रॉयल किस्म के सेब को अगर एक साल तक भी सही तरीके से स्टोर करके रखा जाता है तो भी वो खराब नहीं होता है और उसके स्वाद, रस और मिठास में भी कोई खास फर्क नहीं आता है। यही वजह है कि यहां के सेब की देश और विदेश में खूब डिमांड रहती है, जिसके कारण बागवानों को उनकी उपज का अच्छा दाम और मुनाफा मिलता है।