चार साल के मासूम आद्विक की पहचान, महिला की अभी तक शिनाख्त नहीं।
शिमला – नितिश पठानियां
बादल फटने की घटना के बाद से जारी सर्च आपरेशन के दौरान मंगलवार को रेस्क्यू दल ने दो शव बरामद किए हैं। दोनों शव शिमला में बरामद हुए हैं।
इनमें से एक शव चार साल के बच्चे का है, जबकि दूसरे शव की पहचान नहीं हो पाई है। सर्च आपरेशन के दौरान दत्तनगर में चार साल के बच्चे का शव बरामद हुआ है। इसकी पहचान आद्विक के रूप में हुई है।
गौरतलब है कि समेज में बादल फटने की घटना के बाद महिला कल्पना देवी पत्नी जय सिंह अपने दो बच्चों के साथ लापता हो गई थी। इनमें चार साल का बेटा आद्विक और सात साल की बेटी अक्षिता शामिल थे।
कल्पना का शव नौ अगस्त को नोगली से बरामद हुआ था। कल्पना के पति प्रोजेक्ट में तैनात है और हादसे वाले दिन वह घर पर मौजूद नहीं था।
कल्पना की बेटी अक्षिता अभी भी लापता है। बीते 13 दिन से हादसे में लापता लोगों को तलाशने का अभियान जारी है।
कुल्लू और शिमला दोनों जिलों के प्रशासन ने सर्च आपरेशन को आगे भी जारी रखने का फैसला किया है, जबकि मंडी में रेस्क्यू आपरेशन को रोक दिया गया है।
इस अभियान के दौरान शिमला में जो शव बरामद हो रहे हैं उन्हें पहचान पाना मुश्किल हो रहा है। प्रशासन ने शवों के डीएनए सैंपल लेने के निर्देश दिए हैं और इन सैंपलों का मिलान उनके परिजनों से किया जा रहा है।
डीएनए के मिलान से अब तक दो शवों की पहचान हो चुकी है। प्रशासन ने पहचान के बाद दोनों शवों को परिजनों के हवाले कर दिया था, जबकि अन्य शवों की पहचान के लिए सैंपल की रिपोर्ट आने का इंतजार किया जा रहा है।
31 जुलाई को बादल फटने से तीन जिलों में बहे थे 55 लोग
बीते 31 जुलाई को शिमला, कुल्लू और मंडी में एक साथ बादल फटने की घटना हुई थी और इस घटना में 55 लोग लापता हो गए थे।
इनमें से कुल्लू के तीन लोगों समेत शिमला में 36 लापता हुए थे। जबकि मंडी में दस और कुल्लू में नौ लोग लापता हो गए थे। इनमें से रेस्क्यू दल ने मंडी से नौ लोगों को ढूंढ़ लिया है।