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इन्दौरा- व्यूरो रिपोर्ट

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हिमाचल भाजपा सरकार की बेरुखी के चलते किसान बर्बादी की कगार पर आ पहुंचा है। हिमाचल सरकार द्वारा प्रदेश में धान की खरीद के लिए मंडिया खोली गई थी लेकिन इन मंडियों में धान की खरीद विभिन्न कारणों से कम मात्रा में होने के कारण व प्रशासनिक अधिकारियों की कमी के चलते किसान अपनी 6 महीने की कमाई को अपनी आंखों के सामने खराब होते देखने को मजबूर है ।

पिछले कल हुई भारी बारिश तूफान के चलते इंदौरा क्षेत्र के किसानों की खड़ी धान व गन्ने की फसल खेतों में ही बिछ गई है। इंदौरा के त्यौरा में सरकार द्वारा धान की खरीद के लिए मंडी खोली गई है सरकार व प्रशासनिक ढीले रैवेये के कारण किसानों की पक्की हुई फसल कट नहीं पाई है क्योंकि अगर किसान फसल काट लेते हैं तो बेचने के लिए कई कई दिनों का इंतजार करना पड़ रहा है और पंजाब में किसान अपनी फसल को बेच नहीं पा रहा है ।

खेतों में अब बिछी हुई फसल मशीनों से नही कट पाएगी ज्यादातर फसल खेतों में सड़ जाएगी लेकिन किसानों की इस मजबूरी को पहले भी कई बार सरकार व प्रशासन को अवगत करवा चुका है लेकिन सोए हुए को तो जगाया जा सकता है| जो सोने का बहाना करे उसे जगाना मुश्किल है| अब देखना यह है की सरकार अभी भी किसानों की इस दुर्दशा पर जागती है या किसानों को इसी तरह तड़फने पर छोड़ दिया जाता है। बरहाल किसान रात हुई बारिश व तूफान से हुए नुकसान से परेशान होते हुए अपने भविष्य के लिए चिंतित है ।

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