शिमला – नितिश पठानियां
बेरोजगार युवाओं ने प्रदेश की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बेरोजगार युवाओं का कहना है कि सरकार ने 28 हजार सरकारी नौकरियों का गलत आंकड़ा पेश किया है। पिछले दो सालों से कोई नई भर्ती नहीं की गई है। जिसके बाद बेरोजगारों ने “युवा मांगे रोजगार” का गठन किया है। प्रदेश के युवा जल्द सरकार के खिलाफ शिमला में बड़ा धरना प्रदर्शन करेंगे।
हिमाचल विधानसभा के मानसून सत्र के दसवें दिन प्रदेश के बेरोजगार युवा चौड़ा मैदान में एकत्रित हुए। इस दौरान युवा मांगे रोजगार संघ के अध्यक्ष ललित शर्मा ने बताया कि सरकार ने कागजों में ही तीस हजार नौकरियों की घोषणा की है, जबकि वास्तविकता में पिछले दो वर्षों में एक भी नई भर्ती नहीं की गई है।
उन्होंने कहा कि सरकार आउटसोर्स से भर्तियों की बात कर रही है, जो बेरोजगारों के साथ धोखा हैं। आउटसोर्स पर कम पढ़े-लिखे लोगों को लगाया जा रहा है। जबकि पढ़े-लिखे युवा बेरोजगारी की वजह से सड़कों पर उतरने को मजबूर हैं।
ललित शर्मा ने सरकार से मांग की है कि सरकार आउटसोर्स भर्तियों पर रोक लगाए और रोजगार के वास्तविक आंकड़े साझा करे। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा रिटायर्ड लोगों को दोबारा रोजगार दिया जा रहा है, जिससे उनकी तैयारी का कोई मतलब नहीं रह जाता है।
उन्होंने कहा कि सरकार नई भर्तियां करवाए या उन्हें गोली मार दे। इसी मांग को लेकर वह शिमला में इकट्ठे हुए हैं। वहीं आगामी समय में शिमला में सचिवालय का घेराव कर चक्का जाम करेंगे।