20 फीसदी मिड-डे मील को टीका न लगने पर शिक्षा सचिव के निदेशालय को आदेश, स्कूल खुलने से पहले करवाएं वैक्सीनेशन, विभाग को सरकार को भेजना होगा रिकॉर्ड, टीका न लगाने की बतानी होगी वजह
शिमला-जसपाल ठाकुर
प्रदेश के सरकारी स्कूलों में 20 फीसदी मिड-डे मिल वर्करों को कोरोना टीका नहीं लगा है। राज्य सरकार की ओर से शिक्षा सचिव ने निदेशालय को अलर्ट जारी कर दिया है।
शिक्षा सचिव की ओर से जारी आदेशों में साफ किया गया है कि दो अगस्त से पहले सभी शिक्षकों को वैक्सीन लगा दी जाए। इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में जिन मिड-डे मील वर्करों को टीका नहीं लगा है, उन्हें प्राथमिकता के तौर पर टीका लगाने के आदेश दिए गए हैं।
सरकार ने साफ किया है कि स्कूलों में छात्रों को दोपहर का खाना सभी मिड-डे मिल वर्करों को टीका लगाने के बाद ही बनेगा। तब तक पहली से आठवीं तक के छात्रों को सूखा राशन ही घर तक पहुंचाया जाएगा।
बता दें कि आगामी दिनों में छोटे बच्चों को भी स्कूलों में बुलाया जा सकता है। सरकार ने शिक्षा विभाग को जिला उपनिदेशकों के माध्यम से वैक्सीनेट हो चुके और जिन्होंने टीका नहीं लगाया है, उनका लेटेस्ट डाटा तलब किया है। बता दें प्रदेश में दो अगस्त से स्कूल खुल रहे है।
सरकार चाहती है कि स्कूल खुलने से पहले सभी का टीकाकरण हो जाए। यही वजह है कि शिक्षा विभाग को आदेश दिए गए है कि वो जल्द शिक्षकों का बायोडाटा भेजे। ऐसे शिक्षकों की भी जानकारी मांगी गई है, जो कि किन्हीं कारणों की वजह से टीका नहीं लगा रहें है।
स्कूल खोलने से पहले शिक्षक, गैर शिक्षक व मिड डे मील वर्करों को टीका लगाने का टारगेट रखा गया है। शिक्षा विभाग को आदेश दिए गए हैं कि ग्रामीण क्षेत्रों में जो मिड-डे मील वर्कर टीका नहीं लगा पाए हैं,