व्यूरो रिपोर्ट
आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिए कांग्रेस सहित तमाम विपक्षी दलों ने पटना में 23 जून को एकजुटता दिखाई और एक साथ चुनाव लडऩे का फैसला लिया था।
बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी भी शामिल हुईं थी और महागठबंधन के जरिए भाजपा के खिलाफ एकजुटता की हुंकार भरी।
हालांकि कांग्रेस की यह कोशिश है और यह कोशिश किस तरह से धरातल पर कामयाब होगी, भविष्य के गर्भ में है, लेकिन इसी बीच ममता ने कांगे्रस को बड़ा झटका देते हुए कहा है कि पश्चिम बंगाल में कांग्रेस ही भारतीय जनता पार्टी की दूसरी टीम है।
साथ ही उन्होंने सीपीएम पर भी निशाना साधा और कांग्रेस-सीपीएम और बीजेपी को महा-घोंट कह डाला। पंचायत चुनाव के लिए प्रचार करते हुए सुश्री ममता बनर्जी ने कहा कि भाजपा की प्रतिशोध की राजनीति के कारण बंगाल में लोगों की जान जा रही है। वह झूठों की पार्टी है, इसलिए उसे वोट न दें। साथ ही कांग्रेस और सीपीएम को भी अलविदा कहें।
सुश्री बनर्जी ने दोहराया कि अपने लोगों को हर तरह के नुकसान से बचाना हमारा कर्तव्य है और हम अपने खून, पसीने और आंसुओं से अपनी आखिरी सांस तक उनकी सेवा करेंगे।
कूच बिहार में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की गोलीबारी के पीडि़तों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि हम हर दुख-सुख में दुखी परिवारों के साथ खड़े रहने का वादा करते हैं। बीएसएफ द्वारा हमारे निर्दोष लोगों पर किए गए अत्याचार को कभी नहीं भुलाया जाएगा।
सुश्री बनर्जी ने कहा कि वह लोगों द्वारा तृणमूल कांग्रेस के प्रति दिखाए गए जबरदस्त प्यार और स्नेह से बहुत प्रभावित हैं। उन्होंने कहा कि लोगों का अटूट समर्थन हमारी सबसे बड़ी ताकत है। उन्होंने कहा कि हमारी प्रतिबद्धता हमेशा लोगों की भलाई के प्रति रही है और हमने लगन से उनकी जरूरतों को पूरा किया है।
उन्होंने दावा किया, कन्याश्री, लक्ष्मीर भंडार, खाद्य साथी, ऐक्यश्री, मेधाश्री, कृषक बंधु, सबूज साथी, छात्र क्रेडिट कार्ड और स्वास्थ्य साथी जैसी हमारी कल्याणकारी पहलों से लाखों लोगों को फायदा हुआ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोग हमेशा हमारी प्राथमिकता रहे हैं और हम उनके जीवन को बेहतर बनाने और उनकी प्रगति सुनिश्चित करने के अपने प्रयासों में दृढ़ हैं। उन्होंने कहा कि हम लोगों की आवाज बनेंगे और लोकतंत्र के सही अर्थ को बरकरार रखेंगे।