घुमारवीं, 24 जुलाई – सुभाष चंदेल
बिलासपुर के उपमंडल घुमारवीं के गांव वाह रणौता के सुनीत सिंह ने भारतीय सेना में जज एडवोकेट जनरल लेफ्टिनेंट की परीक्षा उतीर्ण कर क्षेत्र का नाम रोशन किया है। सुनीत सिंह यह उपलब्धि हासिल करने वाले जिला के प्रथम व्यक्ति हैं।
सुनीत सिंह ने बताया कि बचपन से ही उनका एकमात्र सपना भारतीय सेना में शामिल होकर देश सेवा करना था, जिसके लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की।
उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, दादी, नाना व पूरे परिवार को देते हुए बताया कि बचपन में वह अपनी दादी प्रेम देवी से दादा के युद्ध में जीते हुए पदकों के बारे में पूछता था। दादी उसे दादा के वीरता के किस्से सुनाती तथा उसे भी सेना मे सेवाएं देने के लिए प्रेरित करती थी।
सुनीत ने कड़ी मेहनत कर जज एडवोकेट जनरल लेफ्टिनेंट की परीक्षा उत्तीर्ण कर अपनी दादी के साथ पूरे परिवार एवं क्षेत्र को गौरवान्वित किया है।
सैन्य पृष्ठभूमि से संबंधित संयुक्त परिवार में जन्मे सुनीत बचपन से ही होनहार विद्यार्थी रहे। सुनीत सिंह ने अपनी चौथी कक्षा तक की प्रारंभिक शिक्षा राजकीय माध्यमिक पाठशाला वाह रणौता से प्राप्त करने के बाद पांचवीं से सातवीं की शिक्षा हिम सर्वोदय स्कूल घुमारवीं से प्राप्त की।
डीएवी स्कूल मंडी सरस्वती विद्या मंदिर पाठशाला मंडी में आगे की पढ़ाई करने के बाद महावीर पब्लिक स्कूल सुंदरनगर से दसवीं की परीक्षा उत्तीर्ण की।
जमा दो की परीक्षा गीता आदर्श पब्लिक स्कूल सोलन से प्राप्त करने के बाद बीएससी ऑनर्स (भौतिकी) प्रथम वर्ष द्वितीय वर्ष राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय सोलन तथा फाइनल की परीक्षा विक्रम बत्रा महाविद्यालय पालमपुर से उत्तीर्ण की।
इस दौरान उन्होंने एनसीसी सर्टिफिकेट भी हासिल किया। कॉमन विधी प्रवेश(कलैट) परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद पंजाब विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री हासिल की।
मास्टर डिग्री इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय दिल्ली से प्राप्त की। बहु प्रतिभावान सुनीत के पिता सोहन सिंह अपने समय के राष्ट्रीय स्तर के उत्कृष्ट बास्केटबॉल खिलाड़ी रहे हैं। उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी की बास्केटबॉल टीम का प्रतिनिधित्व किया व हिम आगाज सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया था।
मौजूदा समय में घुमारवीं अधिवक्ता संघ के सदस्य सुनीत सिंह के दादा स्व. दया राम ने भारतीय सेना में हवलदार के पद पर रहते हुए वर्मा युद्ध में भाग लिया तथा विभिन्न सैन्य पुरस्कार प्राप्त किए है।
उनके पिता सोहन सिंह ने भारतीय वायु सेना से जूनियर वारंट ऑफिसर के पद से सेवानिवृत्त होने के बाद घुमारवीं में वकालत की।
उसके उपरांत लोक अभियोजक के तौर पर चयन के उपरांत विभिन्न स्थानों पर सेवा देने के बाद हाल ही में ऊना जिला से जिला न्यायवादी के पद से सेवानिवृत्त हुए।
हाल में घुमारवीं में वकालत कर रहे हैं सुनीत की माता कमलेश कुमारी गृहिणी है। विवाहित बहन नेहा सिंह ने पंजाब विश्वविद्यालय से एमएससी बीएड की परीक्षा पास की है।
सुनीत के जीजा विशाल चौहान लेफ्टिनेंट कमांडर के पद पर तैनात है, जबकि चचेरे भाई हमनीश ने भी एनडीए की परीक्षा उतीर्ण कर भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर सेवाएं दे रहे हैं।
नाना रिटायर्ड कर्नल एसएस पठानिया ब्लू स्टार ऑपरेशन में उत्कृष्ट सेवाएं दे चुके हैं, जबकि मामा देवेंद्र भारतीय सेना में दे चुके हैं।