जवाली, माधवी पण्डित:
उपमंडल जवाली के अधीन पंचायत ढन निवासी सुरेश कौंडल अब कविताओं के साथ-साथ प्रकृति व पर्यावरण पर गानों को लिख रहे हैं ताकि इससे प्रकति व पर्यावरण को बचाया जा सके। सुरेश कौंडल द्वारा पेड़ बचाने पर लिखित गाना ‘इक बूटा सबना लाणा जरूर’ कंपोज हो चुका है जिसको लुधियाड़ के युवा गायक गौरव शहजादा द्वारा अपनी आवाज दी गई है।
यह गाना 13 अप्रैल को रिलीज होगा। इसके अलावा पानी बचाने, गद्दी कल्चर तथा एक ग़ज़ल को भी जल्द ही फिल्माया जाएगा। सुरेश कौंडल ने बताया कि उनका मकसद मात्र पर्यावरण व प्रकृति को बचाना है जिसके चलते ऐसे ही गाने लिखेंगे। उन्होंने कहा कि अन्य तीन गानों की कम्पोजिशन पर भी कार्य शुरू होगा।
सुरेश कौंडल मौजूदा समय में राजकीय मिडल स्कूल लुधियाड में बतौर टीजीटी कार्यरत हैं। उनकी अभी तक 112 कविताएं प्रकाशित हो चुकी हैं जिनको काफी सराहना भी मिली है। इसके अतिरिक्त पांडवों द्वारा निर्मित ऐतिहासिक बाथू दी लड़ी, सियानेया दी पीड़, कांगड़े का बिरसा कविता को अपनी आवाज में फिल्माया गया है।
सुरेश कौंडल ने बताया कि आगे भी भविष्य में पर्यावरण व प्रकृति को बचाने व संवारने के लिए गाने लिखेंगे ताकि लोगों को पर्यावरण बचाने बारे जागृत किया जा सके।