नूरपुर – स्वर्ण राणा
जसूर के कस्बा छतरोली में नूरपुर अस्पताल में निरीक्षक प्यार चंद ठाकुर की अगुवाई में विभागीय टीम ने एक घर पर दबिश दी जहां पर लाखों की संख्या में बने ग्लव्ज बरामद किए गए। जानकारी के अनुसार जब ड्रग इंस्पैक्टर की अगुवाई में घर पर छापा मारा तो वहां 2 गाड़ियों में ग्लव्ज भरे हुए थे।
जब विभाग ने इसकी मैन्युफैक्चरिंग संबंधित जानकारी मांगी तो आरोपी इसका रिकॉर्ड दिखाने में असफल रहा। घर के अंदर लाखों की संख्या में बने ग्लव्ज डिब्बों में पड़े थे, जिस पर कोई मैन्युफैक्चरिंग किसकी ओर से की जा रही है, नहीं लिखा गया था।
यह सारा कार्य मेडिकल डिवाइस लाइसैंस के बिना किया जा रहा था। उक्त सारा सामान धर्मशाला के किसी मेडिकल स्टोर के लाइसैंस के तहत सरकारी अस्पतालों में भेजा जा रहा था। ड्रग इंस्पैक्टर ने बताया कि कुछ दिन पूर्व 900 ग्लव्ज नूरपुर अस्पताल में बिना मैन्युफैक्चरिंग कम्पनी के जब्त किए गए थे।
जानकारी प्राप्त करने के बाद पता चला कि यह सारा सामान जसूर से आ रहा था। सरकारी अस्पतालों में बिना जांच के कैसे यह सामान बिक रहा था। इसके अलावा एलोपैथी के रेपेराजोल के 4000 कैप्सूल, बीपी मेटोलार के 52800, शूगर की गलिमीपेरीआइड 7600, पीसीएम सिरप के 199 शीशियां भी बरामद की गईं।
इसके अलावा अमलोडोपीन की हजारों की संख्या में एक्सपायर दवाइयां भी जब्त की गईं हैं। विभाग द्वारा 2 गाड़ियों के अलावा घर में रखा सारा सामान जब्त कर लिया गया है। प्यार चंद ने बताया कि ड्रग एंड कॉस्मैटिक एक्ट के तहत मुकद्दमा दर्ज कर लिया गया है जिसमें धर्मशाला के मेडिकल स्टोर पर भी कार्रवाई की जाएगी।