व्यूरो, रिपोर्ट
कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए देश में वैक्सीनेशन अभियान जारी है। जिसके तहत रोजाना लाखों लोगों को टीका लगाया जा रहा है। इसके साथ ही केंद्र और राज्य मिलकर लोगों से अधिक से अधिक वैक्सीन लगवाने की अपील कर रहे हैं। इस बीच देश में कोरोना वैक्सीन की वजह से एक मौत की पुष्टि हुई है। एक 68 साल के बुजुर्ग ने वैक्सीन की वजह से अपनी जान गंवाई है, जिसकी पुष्टि केंद्र सरकार की ओर से गठित पैनल ने की है।
वैक्सीन से कोई गंभीर बीमारी या मौत होने को वैज्ञानिक भाषा में एडवर्स इवेंट फॉलोइंग इम्यूनाइजेशन कहते हैं। इसको लेकर केंद्र सरकार ने एक कमेटी बनाई है। इस पैनल ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि कोरोना वैक्सीन की वजह से एक बुजुर्ग व्यक्ति की मौत ही हुई। हालांकि कमेटी ने रिपोर्ट में भी साफ किया है कि वैक्सीन लगने के बाद नुकसान की तुलना में फायदे कहीं ज्यादा हैं।
केंद्र सरकार की ओर से गठित पैनल की रिपोर्ट में बताया गया है कि 5 फरवरी से 31 मार्च के बीच कोरोना टीके प्राप्त करने वाले लाखों लोगों में से तीन लोगों ने वैक्सीन के कारण एनाफिलेक्सिस विकसित किया और उनमें से एक की मृत्यु हो गई। एनाफिलेक्सिस के कारण जिस व्यक्ति की मृत्यु हुई, वह 68 वर्षीय एक व्यक्ति था, जिसे 8 मार्च 2021 को वैक्सीन लगवाई थी और कुछ दिन बाद ही उनकी मौत हो गई थी।
एनाफिलेक्सिस एक गंभीर एलर्जिक रिएक्शन होता है, जिसे वैक्सीन लेने के बाद आधे घंटे के भीतर शरीर में हुए सीवियर रिएक्शन के तौर पर माना जाता है।