डॉक्टरों की हड़ताल के चलते तीसा अस्पताल में मरीजों को झेलनी पड़ीं परेशानियां, इलाज के लिए सुबह ही अस्पताल पहुंच गए थे दूरदराज क्षेत्रों के मरीज, डॉक्टर के आने पर ओपीडी के बाहर शुरू हो गई धक्का-मुक्की, समझाने पर माने
चम्बा – भूषण गुरुंग
नागरिक अस्पताल तीसा में मरीजों को दो घंटे के बाद इलाज मिला। ओपीडी में डॉक्टर दो घंटे की देरी से पहुंचे। मांगों को लेकर डॉक्टर हड़ताल पर थे। इसके चलते मरीजों को ओपीडी के बाहर इंतजार करना पड़ा। भंजराड़ू, तीसा और बैरागढ़ सहित अन्य दूरदराज क्षेत्रों से मरीज सुबह नागरिक अस्पताल तीसा पहुंच गए थे।
ओपीडी में देखा तो कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था। हाथ में पर्ची लेकर कुछ मरीज ठंडे फर्श पर बैठ गए तो कई मरीज अस्पताल के बाहर धूप सेंकने बैठ गए। 11:30 बजे डॉक्टर हड़ताल के बाद ओपीडी में पहुंचे तो बाहर मरीजों की भीड़ जमा हो गई। जल्दबाजी के चक्कर में मरीज एक-दूसरे के साथ धक्का-मुक्की पर उतर आए। डॉक्टर के समझाने पर मरीज बारी-बारी ओपीडी में गए।
तीमारदारों में आशा देवी, अशोक कुमार, हंसराज, सुरेंद्र, भाग चंद, नरेंद्र, किशोर और देवी सिंह ने बताया कि नागरिक अस्पताल एक दर्जन से अधिक पंचायतों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया करवाता है। यहां रोजाना मरीजों की भीड़ रहती है।
डॉक्टर के हड़ताल पर जाने से मरीजों को काफी परेशानी हो रही है। जो मरीज 20 से 30 किलोमीटर का सफर कर इलाज करवाने के लिए अस्पताल पहुंचते हैं, उन्हें डॉक्टर से मिलने के लिए दो घंटे इंतजार करना पड़ रहा है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि डॉक्टरों की हड़ताल को खत्म करवाने के लिए उचित कदम उठाए जाएं।