
चम्बा, धर्म नेगी
उपायुक्त डीसी राणा ने कहा है कि कैच द रेन अभियान के तहत जिला चंबा में जल संरक्षण के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने तथा पारंपरिक जल स्रोतों के संरक्षण और संवर्धन पर विशेष बल दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस अभियान की शुरूआत जल संरक्षण का महत्व व उपयोगिता को लेकर जागरूकता बढ़ाने में आम जनमानस की सहभागिता सुनिश्चित करना है।
उन्होंने कहा कि इस अभियान के तहत चैक डैम, वाटर हार्वेस्टिंग व हार्वेस्टिंग पीट इत्यादि बनाए जाएंगे। उन्होंने जल शक्ति तथा पंचायती राज विभाग के अधिकारियों को जिला के पारंपरिक जल स्रोतों व तालाबों इत्यादि की सूची एकत्रित कर डाटा तैयार करने को भी कहा ताकि इन्हें मिशन मोड में ठीक करवाया जा सके।
इसके लिए प्रत्येक पंचायत एक जलस्रोत और तालाब का जीर्णोद्धार सुनिश्चित बनाएंगें। वह गुरूवार को कैच द रेन व पर्वत धारा प्रोजेक्ट के तहत करवाए जा रहे कार्यो की समीक्षा को लेकर वर्चुअल माध्यम से आयोजित बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि लोगों की भागेदारी से भू-जल स्तर को बेहतर बनाने के लिए यह अभियान शुरू किया गया है।
इस अभियान का मकसद जल संग्रहण के प्रति अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करना है ताकि उपयुक्त जल भंडारण से कृषि विविधता कार्यक्रम को बल मिल सके। उन्होंने कहा कि कैच द रेन अभियान के तहत जिला में अधिशासी अभियंता जल शक्ति विभाग के कार्यालय में वर्चुअल प्रकोष्ठ जल शक्ति केंद्र जल्दी क्रियाशील किया जा रहा है, जोकि लोगों को एक तकनीकी मार्गदर्शन के लिए कार्य करेगा।
उन्होंने जल जीवन मिशन के तहत जिला चंबा में पेयजल योजनाओं के कार्यों की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जिला की 237 पेयजल योजनाओं पर 10213 लाख रुपए की धनराशि व्यय की जा रही है। उन्होंने बड़ी पेयजल योजनाओं पर बल देते हुए कहा कि छोटी पेयजल योजनाएं सूखे से जल्द प्रभावित होती है। लिहाजा बड़ी योजनाओं को ही तरजीह दी जाए ताकि लोगों के लिए निर्बाध रूप से पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित बनी रहे।
बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त चंबा मुकेश रेप्सवाल, अधीक्षण अभियंता जल शक्ति विभाग रंजीत सिंह चौधरी, अधिशासी अभियंता दिनेश कपूर, अधिशासी अभियंता देसराज, उपनिदेशक कृषि कुलदीप धीमान के अलावा वर्चुअल माध्यम से विभिन्न विभागों के अधिकारी भी जुड़े रहे।
