कुदरत की इस उपलब्धि ने पूरे प्रदेश को गौरवान्वित किया

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सोलन- जीवन बर्मा

बेटी कुदरत ने चमकाया धर्मपुर का नाम, राष्ट्रीय अबेकस प्रतियोगिता पर किया कब्जा, बनी चैंपियन, 10 मिनट में सॉल्व किए 200 सम, आठवीं कक्षा में पढ़ने वाली कुदरत ने सभी ,प्रतिभागियों को पछाड़ते हुए पहला स्थान, हासिल कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।कुदरत भविष्य में अभिनेत्री बनना चाहती है। कसौली के एक निजी स्कूल की छात्रा कुदरत मेहता ने अपनी लगन और काबिलियत से धर्मपुर का नाम चमकाया है।

कुदरत ने यूसीमास (एबैकस) की राष्ट्रीय प्रतियोगिता में प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया। जिसमें चैम्पियन का खिताब अर्जित कर विद्यालय का नाम गौरवान्वित किया है।

यह प्रतियोगिता यूसीमास राष्ट्रीय प्रतियोगिता 2022 के तत्वावधान में आयोजित हुई। इस प्रतियोगिता की बी-1 केटेगरी में देशभर से 7000 करीब प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। जबकि हिमाचल प्रदेश से 680 के करीब प्रतिभागियों ने भाग लिया। कुदरत ने केवल 10 मिनट में 200 सम सॉल्व किये। इससे पहले यूसीमास अबेकस की राज्य स्तरीय प्रतियोगिता 2021 में भी भाग ले चुकी है।

कुदरत के पिता राकेश मेहता ने बताया की प्रतियोगिता में कई राज्यों के प्रतिभाशाली छात्रों ने भाग लेकर अपनी गणितीय प्रतिभा का प्रदर्शन किया। कड़ी प्रतिस्पर्धा के बीच कुदरत ने अबेकस के माध्यम से विभिन्न ट्रिक्स अपनाकर गणित के सवालों के जवाब निकाले एवं अपनी बहुमुखी प्रतिभा का प्रदर्शन कर चैम्पियन होने का गौरव प्राप्त किया।

उन्होंने बताया कि नर्चर सेंटर के बच्चे न सिर्फ शैक्षिक क्षेत्र में बल्कि समाज के अन्य बहुतेरे क्षेत्रों में भी विद्यालय का नाम राष्ट्रीय स्तर पर रोशन कर रहे हैं। यह सेंटर अपने छात्रों के बौद्धिक विकास के साथ उन्हें सामाजिक गतिविधियों एवं रचनात्मक कार्यों के लिए विशेष रूप से प्रेरित करता है।

आयोजकों ने इस प्रतिभाशाली छात्र की बहुमुखी प्रतिभा की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। आठवीं कक्षा में पढ़ने वाली कुदरत ने सभी प्रतिभागियों को पछाड़ते हुए पहला स्थान हासिल कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। इस उपलब्धि पर स्कूल सहित कोचिंग सेंटर में खुशी की लहर है।

कुदरत धर्मपुर की रहने वाली है। उसने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय टीचर नेहा गुप्ता और माता बबिता मैहता पिता राकेश मेहता को दिया है। कुदरत भविष्य में अभिनेत्री बनना चाहती है। कुदरत की इस उपलब्धि ने जहां पूरे प्रदेश को गौरवान्वित किया है वहीं उसने इतिहास रच दूसरे बच्चों के लिए उदाहरण पेश किया है।

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