देहरा, शीतल शर्मा
पठानकोट पंजाब के कांग्रेसी नेता एवं वार्ड 48 के पार्षद नितिन महाजन लाड्ड़ी ने गुप्त नवरात्रि के पहले दिन देहरा के बरवाड़ा नवग्रह वाटिका में पलाश का पौधा रोपा।
इस मौके पर आसाम गोहाटी के दीक्षार्थी अजय शर्मा ने धार्मिक अनुष्ठान करवाया व विधि विधान से पलाश का पौधा लगवाया। दीक्षार्थी अजय शर्मा ने बताया कि पलाश वृक्ष को अलग-अलग भाषा में ‘पलास’, ‘परसा’, ‘ढाक’, ‘टेसू’ कहा जाता है जोकि भारत के सुंदर फूलों वाले प्रमुख वृक्षों में से एक है।
प्राचीन काल से ही इस वृक्ष के फूलों से ‘होली’ के रंग तैयार किये जाते रहे हैं। ऋग्वेद में ‘सोम’, ‘अश्वत्थ’ तथा ‘पलाश’ वृक्षों की विशेष महिमा वर्णित है। कहा जाता है कि पलाश के वृक्ष में सृष्टि के प्रमुख देवता- ब्रह्मा, विष्णु और महेश का निवास है।
अत: पलाश का उपयोग ग्रहों की शांति हेतु भी किया जाता है। ज्योतिष शास्त्रों में ग्रहों के दोष निवारण हेतु पलाश के वृक्ष का भी महत्त्वपूर्ण स्थान माना जाता है। हिन्दू धर्म में इस वृक्ष का धार्मिक अनुष्ठानों में बहुत अधिक प्रयोग किया जाता है।
आयुर्वेद में पलाश के अनेक गुण बताए गए हैं और इसके पाँचों अंगों- तना, जड़, फल, फूल और बीज से दवाएँ बनाने की विधियाँ दी गयी हैं।
वहीं कांग्रेसी नेता नितिन महाजन ने बताया कि पेड़ लगाना सबसे बड़ा पुण्य का कार्य है। उन्होंने कहा कि पेड़ लगाने से पर्यावरण को सरंक्षण मिलता तो है ही वहीं ग्रहों की शांति भी होती है।
उन्होंने कहा कि मेरा मूल्यांक 2 है व इस मूल्यांक से चन्द्र ग्रह का दोष बनता है। वहीं पलाश का पौधा लगाने से ग्रह में शांति मिलती है।
इस मौके पर मुख्य मंदिर के मुख्य प्रबंधक करनैल पटियाल भी मौजूद रहे।