डॉक्टरों की लापरवाही से मरीज की मौत, क्षेत्रीय अस्पताल ऊना के दो डॉक्टर पर मामला दर्ज, इलाज में दो घंटे की लापरवाही पड़ी भारी।
ऊना – अमित शर्मा
हिमाचल प्रदेश में जिला ऊना के क्षेत्रीय अस्पताल में मरीज की संदिग्ध हालात में मौत के बाद परिवार के लोगों ने शव रखकर हंगामा किया। परिवार के लोगों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है। स्वजन की शिकायत के आधार पर दो डाक्टरों के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया गया है।
गांव जसाना की मधु बाला पत्नी स्वर्गीय नितीश कुमार ने पति की मृत्यु को लेकर ऊना अस्पताल के डॉक्टरों के खिलाफ उचित उपचार न करने का आरोप लगाया। मरीज की पत्नी ने अस्पताल की डा. सुचरिता लठ्ठ व डा. राहुल के खिलाफ शिकायत सौंपी है, जिसके बाद दोनों पर FIR दर्ज हो गई है।
शिकायत में बताया गया कि बरसात के दौरान गांव में फुटपाथ पर फिसलने से उनके पति के सिर पर गहरी चोट आई थी। उन्हें पहले सरकारी अस्पताल बंगाणा ले जाया गया, जहां से उन्हें ऊना के क्षेत्रीय अस्पताल रेफर किया गया।।
मधु बाला का आरोप है कि ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर सुचरिता लठ ने न तो मरीज का सही मूल्यांकन किया और न ही उचित इलाज शुरू किया। वहीं कॉल पर मौजूद कंसल्टेंट डॉक्टर राहुल न तो आए और न ही उन्होंने मरीज की स्थिति को गंभीरता से लिया। न तो इंटुबेशन किया गया और न ही न्यूरोलॉजिकल जांच जैसी जीवन रक्षक प्रक्रिया अपनाई गई।
बाद में मरीज को पीजीआइ चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया। ड्यूटी एमओ द्वारा एक घंटे बाद एम्बुलेंस को वापस बुलाया गया और फिर इंटुबेशन किया गया, जिससे कुल 2.05 घंटे की देरी हुई। इसके बाद उन्हें पीजीआइ चंडीगढ़ ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने प्रभावी इंटुबेशन न होने के कारण मरीज को मृत घोषित कर दिया।
बाद में मरीज को पीजीआइ चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया। ड्यूटी एमओ द्वारा एक घंटे बाद एम्बुलेंस को वापस बुलाया गया और फिर इंटुबेशन किया गया, जिससे कुल 2.05 घंटे की देरी हुई। इसके बाद उन्हें पीजीआइ चंडीगढ़ ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने प्रभावी इंटुबेशन न होने के कारण मरीज को मृत घोषित कर दिया।
एएसपी संजीव भाटिया के बोल
एएसपी संजीव भाटिया ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि मृतक की पत्नी की शिकायत के आधार पर दो डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज कर आगामी जांच शुरू कर दी गई है।