मंडी- नरेश कुमार
अभिनेत्री कंगना रनोट की सुरक्षा में चूक को लेकर स्वजनों ने पंजाब पुलिस को कटघरे में खड़ा किया है। कंगना के माता-पिता ने पंजाब पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए पूरे प्रकरण के लिए पंजाब पुलिस को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया है। कंगना के पिता अमरदीप सिंह रनोट ने पंजाब पुलिस पर आंदोलनकारी किसानों को कंगना के कार्यक्रम की सूचना देने का आरोप लगाया है।
बकौल अमरदीप सिंह, कंगना के कार्यक्रम की सुरक्षा एजेंसियों के अलावा किसी दूसरे व्यक्ति को सूचना नहीं थी। पंजाब के प्रवेश द्वार गैरामोड़ा में कंगना को एस्कार्ट करने आए पंजाब पुलिस के जवानाें ने कार्यक्रम की सूचना किसानों को दी।इसके बाद गैरामोड़ा से रूपनगर तक जगह-जगह आंदोलनकारी किसान सड़क पर जमा हो गए।
अमरदीप सिंह का कहना है कि पंजाब पुलिस को इस बात की सूचना थी कि आंदोलनकारी किसान कंगना का गैरामोड़ा से आगे घेराव कर सकते हैं। पुलिस ने क्यों दूसरा वैकल्पिक मार्ग नहीं चुना। कीरतपुर-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर सुरक्षा की क्याें पुख्ता व्यवस्था नहीं की गई। पंजाब पुलिस ने सूचना होने के बाद भी काफिले को इसी मार्ग से गुजरने की अनुमति कैसे दे दी।
बुंगा साहिब में जहां कंगना के काफिले को घेरा गया, वहां पुलिस बल की उचित व्यवस्था क्यों नहीं थी। कंगना को केंद्र सरकार की तरफ से वाई श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है। केंद्रीय पुलिस बल के जवान सुरक्षा में तैनात हैं। कंगना जिस भी राज्य में जाती है, वहां पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध करवाना संबंधित सरकार का दायित्व है। अमरदीप सिंह रनोट ने केंद्रीय गृह मंत्रालय से पूरे मामले की जांच करवाने की मांग की है। कंगना आज उत्तर प्रदेश के वृंदावन में कृष्ण दर्शन के लिए गई हुई हैं।
कंगना को दी है वाई कैटागिरी की सिक्योरिटी
कंगना रनोट को वाई कैटागिरी की सिक्योरिटी मिली हुई है। इस श्रेणी की सुरक्षा में आठ जवानों की टीम शामिल रहती है। इनमें एक से दो कमांडो व अन्य जवान तैनात होते हैं। किसी भी जगह मूवमेंट से पहले कंगना की सुरक्षा में तैनात अधिकारी वहां के प्रशासन को इसकी सूचना देती है। इसके बाद संबंधित क्षेत्र के पुलिस थाना की गाड़ी पायलट वाहन के तौर पर काफिले के आगे चलकर मार्ग प्रशस्त करवाती है। इस कारण कंगना के पिता बेटी की सुरक्षा में हुई चूक के लिए पंजाब पुलिस को जिम्मेवार ठहरा रहे हैं।