धर्मशाला-हमीरपुर-बिलासपुर में चलेगा अभियान, ओलंपिक 2036 से 2047 को लक्ष्य रख बच्चों का होगा मूल्यांकन
धर्मशाला – हिमखबर डेस्क
देश भर में खेल प्रतिभा खोज व ओलंपिक 2036 से 2047 को लक्ष्य रखते हुए 20 लाख नौ से 18 वर्ष साल के बच्चों-किशोरों का मूल्यांकन किया जाएगा। इस पैमाने का स्काउटिंग और मूल्यांकन कार्यक्रम भारत में पहली बार किया जा रहा है।
भारत ने वर्ष 2036 ओलंपिक तक दुनिया के शीर्ष 10 खेल राष्ट्रों में शामिल होने का लक्ष्य निर्धारित किया है। वर्ष 2047 तक शीर्ष पांच में शामिल होने का विजन निर्धारित है। मौजूदा समय में ओलंपिक में भारत की स्थिति बहुत खराब नज़र आती है।
इसी कड़ी में देश भर सहित हिमाचल प्रदेश खेलो इंडिया राइजिंग टेलेंट आइडेंटिफिकेशन (कीर्ति) के तहत धर्मशाला में पांच अगस्त से आठ, हमीरपुर में 11 से 14 अगस्त व बिलासपुर में सात से 14 अगस्त तक अभियान चलेगा।
प्रदेश में हॉकी, एथलेटिक्स, रेस्लिंग, बॉक्सिंग, वॉलीबाल, खो-खो और कबड्डी की प्रतिभा खोज की जाएगी। इस दौरान बच्चों की शारीरिक फिटनेस टेस्ट भी करवाया जाएगा। इसके बाद गेम्स में उनके हुनर की परख की जाएगी। खेलों में हुनरबाज युवाओं का डाटाबेस तैयार किया जाएगा, जिससे आगामी समय में खेलों में पदकों की संख्या बढ़ाई जा सके।
केंद्रीय युवा मामले एवं खेल तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री डा. मनसुख मंडाविया के नेतृत्व में भारत सरकार के महत्वाकांक्षी खेलो इंडिया राइजिंग टेलेंट आइडेंटिफिकेशन (कीर्ति) कार्यक्रम को नए सिरे से शुरू किया गया है। कीर्ति का लक्ष्य सभी राज्यों को शामिल करके और जिले को मूल्यांकन की इकाई मानकर वित्त वर्ष 2024-25 में 20 लाख बच्चों-किशारों का मूल्यांकन हासिल करना रखा गया है।
उधर, भारतीय खेल प्राधिकरण एनसीओई धर्मशाला के प्रभारी राकेश जस्सल ने बताया कि कीर्ति अभियान के तहत प्रतिभा खोज हिमाचल में भी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसका शेड्यूल जारी कर दिया गया है। इसके तहत परीक्षण किया जाएगा।
धर्मशाला में खेलों का शेड्यूल
भारतीय खेल प्राधिकरण एनसीओई धर्मशाला के खेल परिसर में खो-खो पांच अगस्त को प्रात: आठ बजे से, कबड्डी छह को, एथलेटिक्स सात को व वॉलीबाल आठ अगस्त को सुबह आठ बजे से रहेगा। इसमें बच्चे-किशोर खेल किट में पहुंचकर परीक्षण व गेम्स में भाग ले सकेंगे।