मंडी – अजय सूर्या
जनपद के बिंद्रावणी में अवैध खनन रोकने गए एसडीएम ओमकांत ठाकुर पर हुए हमले के मामले में मंगलवार को नया खुलासा हुआ है। हमलावर खनन माफिया से जुड़ा नहीं, बल्कि एक चिकन कॉर्नर का संचालक निकला है।
वहीं, अवैध खनन में संलिप्त माफिया के पांच लोग एसडीएम की गाड़ी को देखते ही मौके से फरार हो गए। एसडीएम पर हमला करने वाला मुख्य आरोपी हीरालाल बजैहल थुनाग का निवासी है।
वह घटनास्थल पर नशे की हालत में था और एसडीएम से उलझते हुए उन पर हमला कर दिया। वहीं, एसडीएम के चालक ने बीच-बचाव कर उन्हें सुरक्षित जोनल अस्पताल मंडी पहुंचाया।
हमलावर हीरालाल नशे की हालत में अपनी पहुंच सचिवालय तक होने का दावा कर रहा था। पुलिस ने हीरालाल के गांव जाकर भी उसकी कुंडली खंगाली है।
वहीं खनन माफिया के पांच लोग एसडीएम की गाड़ी को आता देख भाग खड़े हुए। इनमें दो लोग ट्रैक्टर सहित मौजूद थे, जबकि तीन मजदूर मैनुअल खनन में लगे थे।
इनकी पहचान पूर्ण चंद (निवासी मड़बान सदर जिला मंडी), राजीव (निवासी पंजैठी सदर जिला मंडी) और तीन मजदूर तनबीर, सूरज ऋषिकेश व प्रकाश ऋषि (निवासी लोहागारा किशनगंज, बिहार) के रूप में हुई है।
खनन कार्य को अंजाम देने वाला ठेकेदार जितेंद्र उर्फ ज्योति (निवासी शिल्हा किप्पड़ सदर जिला मंडी) मौके पर नहीं था, लेकिन अवैध खनन में उसकी संलिप्तता मानी जा रही है। पुलिस ने उसे पूछताछ के लिए तलब किया है।
अब तक की गई पुलिस तफ्तीश के अनुसार ठेकेदार के सभी लोग अवैध रूप से व्यास नदी के तट पर खनन में लगे हुए थे।
एसपी मंडी के बोल
एसपी मंडी ने बताया कि हमलावर हीरालाल के खिलाफ पुलिस ने सरकारी ड्यूटी में मौजूद अधिकारी पर हमला व गंभीर घायल करने और अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
मंगलवार को आरोपी को न्यायालय में पेश करने के उपरांत तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। जबकि अन्य पांच के खिलाफ अवैध खनन व सरकारी खनिज पदार्थ चोरी करने के आरोप के तहत आगामी जांच जारी है।