नगरोटा सूरियाँ- मुनीश पॉल
नगरोटा सूरियां विकास खंड की पंचायतों में काफी लंबे समय से लोग बंदरों के आतंक से परेशान हैं। देहरा व नगरोटासूरियां विकास खंड की कई पंचायतों गुलेर, गथूटर, हरिपुर, भटोली फकोरियाँ, बंगोली, नंदपुर भटोली, बरियाल, बिलासपुर, सकरी, नगरोटा सूरियां, सुकनाड़ा, बासा, कटोरा, मसरूर, धंगड़, बनतुंगली, झकलेहड़ , बोउंगता तथा ख़ैरियां के चार दर्जन गांवों के बाशिंदों ने वन विभाग से बंदरों के आतंक से निजात दिलाए जाने की मांग की है। इन इलाकों में लंबे समय से बंदरों का आंतक बना हुआ है।
चानक बंदरों की संख्या काफी बढ़ गई है। एक तरफ जहां बंदर सड़क के आसपास या रेलवे स्टेशनों पर दुकानों का नुकसान तो करते ही हैं अब गांवों में घरों में घुस रहे हैं और घरों के आस पास के खेतों में उगाई सब्जियां को नष्ट कर रहे हैं । वहीं, कई बार यह आते-जाते लोगों पर हमला भी बोल देते हैं।
इससे पूर्व राज्य सरकार ने बंदरों को एक साल के लिए वर्मिन यानी पीड़क जंतु घोषित कर दिया था तो खेतों में नुकसान व लोगों को काटने के चलते उन्हें मार सकते थे और एक बंदर को मारने का 1000 रुपये रखा था लेकिन यह अवधि अप्रैल 2021 में समाप्त हो गई थी ।