व्यूरो- रिपोर्ट
विश्व हिदू परिषद (विहिप) व बजरंग दल ने स्कूलों में धार्मिक पाठ्यक्रम शामिल करने के लिए मोर्चा खोल दिया है। विहिप और बजरंग दल की अम्ब इकाई के कार्यकर्ताओं ने प्रांत सह गौरक्षा प्रमुख संजीव चौहान के नेतृत्व में एसडीएम अम्ब और विधायक बलबीर चौधरी के माध्यम से शिक्षा मंत्री को ज्ञापन भेजा। उन्होंने मांग की है कि हिमाचल के सभी स्कूलों में श्रीमद्भागवत गीता, रामायण व महाभारत के पाठ्यक्रम शुरू किए जाएं।
संजीव चौहान ने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार की तर्ज पर देवभूमि हिमाचल में भी तुरंत सभी पाठ्यक्रम में धार्मिक पुस्तकों का अध्ययन शुरू होना चाहिए। श्रीमद्भागवत गीता जीवन का संदेश है और यह धार्मिक ग्रंथ ही नहीं बल्कि एक संपूर्ण जीवन शास्त्र है। आज के दौर में कई लोग भौतिकता का जीवन जी रहे हैं। इस वजह से समाज में अशांति व अराजकता की स्थिति है।
श्रीमद्भागवत गीता की शिक्षा से लोग अहं की भावना छोड़ सकेंगे। श्रीमद्भागवत गीता को स्कूल व कालेज के पाठ्यक्रम में शामिल नहीं करने से लोग बहुत महत्वपूर्ण दिव्य ज्ञान से वंचित हो रहे हैं। अमेरिका जैसे शक्तिशाली देश में भी श्रीमद्भागवत गीता पर पढ़ाई हो रही है लेकिन भारत के स्कूलों व कालेजों के पाठ्यक्रम में ऐसा नहीं है जो देश के लिए दुर्भाग्य की बात है।
इस दौरान विश्व हिदू परिषद से प्रखंड अध्यक्ष दिलीप सिंह, सुरेंद्र सिंह, सुरेश सोनी, शशि, बजरंग दल के जिला सहगौरक्षा प्रमुख अमित गौतम, प्रखंड सहसंयोजक वरुण, नगर सह संयोजक सुमित, प्रखंड गगरेट संयोजक राहुल ठाकुर, रुद्र संकल्प समिति के अध्यक्ष अजय शर्मा, महामंत्री स्पर्श शर्मा व अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

