धर्म नेगी- चुराह
चम्बा के चुराह क्षेत्र में दुनिया के सबसे जहरीले सांपों में से एक सैंट्रल एशिया कोबरा की मौजूदगी पाई गई है। अब तक दो बार इस प्रजाति के सांप को यहां रैस्क्यू किया गया है। पहले 2018 में भंजराड़ू में यह सांप मिला था। हाल ही में तीसा से इसे रैस्क्यू किया गया।
इन सांपों पर शोध भी शुरू हो चुका है लेकिन अब तक इसके लिए कोई एंटी वेनम उपलब्ध नहीं है। थाईलैंड से लाई गई एंटी वेनम भी इस सांप पर बेसअर साबित हुई है और इस सांप के काटने से कई लोगों की मौत भी हो चुकी है।
सिर्फ थाइलैंड में ही पाया जाता है ये सांप
सैंट्रल एशिया कोबरा की ही एक प्रजाति है। कोबरा दुनिया का सबसे लंबा जहरीला सांप माना जाता है जो दक्षिण-पूर्व एशिया के बड़े हिस्से का मूल निवासी है। भारत में कोबरा मुख्य रूप से पश्चिमी घाटी क्षेत्र के साथ-साथ असम, बंगाल, ओडिशा और तराई क्षेत्रों में पाया जाता है लेकिन सैंटल एशियन कोबरा मौजूदा समय में सिर्फ थाइलैंड में ही पाया जाता है।
अब चम्बा में भी यह सांप पाया गया है। इस सांप की मौजूदगी भारत समेत दुनिया भर के शोधकत्र्ताओं के लिए शोध के नए अवसर पैदा कर सकती है।
अभी तक नहीं निकला है जहर का तोड़
इस सांप के जहर का तोड़ अभी तक पूरे विश्व में नहीं निकला है। हिमाचल में यह सांप सिर्फ चम्बा जिले में जीवित है। भारत में पाए जाने वाले 70 से 80 फीसदी सांप जहरीले नहीं होते, लेकिन इलाज में लापरवाही से स्नेक बाइट का शिकार हुए लोगों की जान पर बन आती है।
सर्पदंश के 50 प्रतिशत मामलों में व्यक्ति के शरीर में जहर नहीं पाया गया, लेकिन सैंट्रल एशियन कोबरा काफी जहरीला है। इसके डसने के बाद पीड़ित की बचने की संभावना बेहद कम रहती हैक्योंकि अब तक इसकी कोई दवा नहीं बनी है।
कैसे मिला यह दुर्लभ सांप
यूके स्थित बांगोरा यूनिवर्सिटी की डाॅ. अनीता मल्होत्रा की अध्यक्षता में सांपों पर रिसर्च चल रही है। अनीता मल्होत्रा चम्बा जिला की निवासी है। 2018 में वह टीम समेत हिमाचल आई थी। इस दौरान चम्बा के भंजराड़ू में टीम ने सैंट्रल एशिया कोबरा रैस्क्यू किया था। कुल्लू में कोरल सांप पाया गया था।
इसके बाद लगातार इस सांप पर शोध जारी है। अनीता मल्होत्रा का कहना है कि सैंट्रल एशियन कोबरा प्रजाति विलुप्त होने की कगार पर है। इन्हें बचाने की जरूरत है।
दूसरी बार फिर तीसा में मिला
वाइल्ड लाइफ से मान्यता प्राप्त रैस्क्यूर सैम जॉय ने बताया कि *तीसा में एक व्यक्ति के घर में सांप निकला था और उन्हें उसे रैस्क्यू करने के लिए बुलाया गया। उन्होंने सांप को रैस्क्यू किया और सांपों पर रिसर्च कर रही टीम को इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह वही सैंट्रल एशिया कोबरा है।
उन्होंने बताया कि दुनिया के सबसे दुर्लभ और बहुत कम दिखने वाले सांप को तीसा में रैस्क्यू किया है। इसे रैस्क्यू करने के बाद जंगल में छोड़ दिया है। इससे पहले भी सिर्फ 1 बार इस सांप को चम्बा के तीसा में देखा गया है।