पंचायत प्रधान राकेश कुमार ने बताया की मैंने खुद इनकी सारी फाइल तैयार करवाई है। खुद पटवारी को लेकर मौका दिखाया। जिसके उपरांत सारी प्रक्रिया पूरी की और अब फाइल एसडीएम ऑफिस जवाली को भेजी जा रही है और जब उनसे पूछा गया की बीपीएल मुक्त पंचायत करने का कारण क्या था तो उन्होंने बताया कि यह पिछली पंचायत की न समझी थी जिन्होंने पंचायत को बीपीएल मुक्त कर दिया था पर अब जो लोग बीपीएल के कोटे से निकाल दिए गए थे उनको दोबारा से डालने की प्रक्रिया लगभग संपूर्ण हो चुकी हैं।