देहरा, शीतल शर्मा
कोरोना संकटकाल में प्रदेश का प्रसिद्ध शक्तिपीठ ज्वालामुखी बंद है, लेकिन भक्तों के दिल में मैया के प्रति अटूट आस्था में कोई फर्क नहीं पड़ा है। इसका ताजा उदाहरण देखने को मिला, जब मुंबई से आए भक्त बसुंध्रा और नर्सिम मां के दरबार में हाजिरी लगाने पहुंचे।।
श्रद्धालुओं ने बताया कि वह हर साल ज्वालामुखी मां के दरबार में माथा टेकने आते हैं और उन्हें पता था कि कोरोना महामारी के चलते अब कुछ जगह से मंदिर खुलने कि जानकारी मिल रही थी।
हिमाचल से भी जानकारी मिली थी कि मंदिर खुल गए हैं इसलिए दर्शनों के लिए पहुंच गए।लेकिन यह पता नी था कि अभी सारे मंदिर नहीं खोले गए हैं।सही जानकारी नहीं मिली। लेकिन फिर भी उनका मन नहीं माना और मां के दरबार में हाजिरी लगाने आ गए।
श्रद्धालु ने बताया कि जानकारी मिली थी कि पुरातत्व विभाग ने मंदिर खोले है जिस कारण दर्शनों के लिए पहुंच गए।मुंबई से आए श्रद्धालुओं ने बताया कि हर वर्ष हिमाचल माता चिंतपूर्णी और ज्वालामुखी दर्शनों के लिए आते हैं।बाद में श्रद्धालुओं ने मंदिर के बाहर से ही माथा टेका और बापिस हो गए।
श्रद्धालुओं ने हिमाचल सरकार से अपील की है कि मंदिरों को अब खोल दिया जाए। महामारी को लेकर श्रद्धालु ने बताया कि ज्वालामुखी माता रानी में बड़ी शक्ति है और इस बीमारी का भी जल्द ही नाश कर देगी।
उधर ज्वालामुखी पुजारी वर्ग भी सरकार से मांग कर चुका है कि मंदिरों को जल्दी खोला जाए।