मंडी , नरेश कुमार
खेतों के आसपास पेड़ों पर छत्ता बनाकर रहने वाले रंगड़ व मधुमखियां किसानों की हलचल से हमलावर होने लगी हैं। एक सप्ताह में बीस लोग मधुमखियों और रंगड़ों के काटने से गंभीर घायल हुए हैं, जिससे क्षेत्र के किसानों ओर बागवानों में हड़कंप मचा है। खेतों में काम करने पंहुची चार और महिलाओं को रंगड़ों ने काट लिया, जिन्हें बेहोशी की हालत में अस्पताल पंहुचाया गया। प्राथमिक उपचार दिलाने के बाद भी जब हालत में सुधार नहीं आया तो स्थानीय अस्पताल में दाखिल करना पड़ा।
एक माह में रंगड़ों के काटने से घायल कई लोग अस्पताल में उपचार करवा चुके हैं। चिकित्सकों की माने तो रंगड़ों और मधुमक्खियों के काटने पर व्यक्ति की हालत खराब हो जाती है और जल्द इलाज न होने से मौत भी हो सकती है। मंडी जिले के द्रंग और चौंतड़ा ब्लॉक में सबसे ज्यादा मामले मधुमक्खियों व रंगड़ों के हमलों के मामले सामने आए हैं। इसके काटने से खारिश के अलावा व सांस की नली बंद हो सकती है।
अस्पताल के एसएमओ डाक्टर रोशन लाल कोंडल ने बताया संबंधित मरीजों को प्राथमिक उपचार के लिए दवाएं व टीके अस्पताल में मुफ्त लगाए जाते हैं। रंगड़ व मधुमक्खी के काटने से घायल हुए लोग नजदीकी डिस्पेंसरी या क्लीनिक में उपचार जरूर लें।

