नालागढ़, सुभाष चंदेल
कहते हैं, जीवन का सबसे महत्वपूर्ण भाग हमारा बचपन होता है। बचपन का हर पल खुल कर जीना चाहिए, न कोई जिम्मेदारी का बोझ होना चाहिये और न ही कि टेंशन और इन सब मस्ती के पलों का साक्षी होता है “विद्यालय”।
और ऐसे ही विद्यालय की शुरूआत नालागढ़ शहर में हो चुकी है, जिसका नाम है “साईं राम इंटरनेशनल स्कूल”। इस विद्यालय की नींव श्री बग्गा राम जी और श्रीमती सारिका शर्मा जी ने रखी है जो कि प्रधानाचार्य के पद पर पिछले 12 वर्षों से कार्यरत है।
यह विद्यालय शहर की भीड़भाड़ व शोरगुल से दूर शांत व प्रदूषण रहित वातावरण गाँव मंगुवाल में स्थित है। इस विद्यालय में one time addmission charges प्रणाली को अपनाया गया है। यह विद्यालय सामान्य विद्यालयों से अलग होगा क्योंकि यह विद्यालय (ELGA) प्रणाली को लेकर आ रहा है जिसमें बच्चों को इंग्लिश भाषा का ज्ञान उनके कक्षा स्तर को न देख कर बल्कि उनके मानसिक स्तर को देखकर दिया जाएगा।
इसके साथ ही फ्रेंच भाषा का ज्ञान भी कक्षा तीसरी से दिया जाएगा। इससे बच्चों को भविष्य में अंग्रेजी व फ्रेंच भाषा का प्रशिक्षण लेने के लिए अन्य कोर्स नहीं करने पड़ेंगे। पाठ्यक्रम के साथ-2 बच्चों को भविष्य में आने वाली स्तिथियों के लिए भी तैयार किया जाएगा। उन्हें बचपन से ही शारिरिक, नैतिक व व्यवहारिक शिक्षा प्रदान की जाएगी। विद्यालय में अन्य गतिविधियों में भी बच्चे अपना कौशल दिखा सकते है जैसे कि खेल, संगीत, डांस, कुकिंग, आर्ट एंड क्राफ्ट और इन सभी को प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिस्पर्धाओं का आयोजन भी किया जाएगा। इस विद्यालय में विद्यार्थी अपनी कुशलता के आधार पर अपना खेल चुन सकते हैं जैसे कि टेबल टेनिस, लॉन टेनिस, बैडमिंटन, रेसलिंग, जुडो, कबड्डी, एथेलेटिक्स, स्विमिंग इत्यादि।
विद्यालय पूरी तरह से Hi-tech रहेगा और कक्षा प्रथम से ही कोडिंग की शिक्षा भी दी जाएगी। बच्चों के बैग का वजन कम करने के लिए सभी किताबें स्कूल में ही रखी जाएंगी और केवल आवश्यकतानुसार किताबें ही घर के लिए दी जाएंगी , जिससे बच्चों का अनावश्यक मानसिक दबाव कम होगा।
आओ मिलकर कदम बढ़ाएं, बेहतर शिक्षा को अपनाएं, देश भविष्य उज्जवल बनाएं।।।