व्यूरो,रिपोर्ट
मन में उमंग हो, देश प्रेम का जज्बा हो, और समाज के लिए कुछ करने का निश्चय हो,तो इंसान के लिए कोई भी कार्य असंभव नहीं होता। ऐसा ही सेवाभाव का निश्चय राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला अमलेला के स्वयंसेवीओं ने दिखाया है। अमलेला विद्यालय के स्वयंसेवीओं ने एक अनूठा उदाहरण पेश करते हुए राष्ट्रीय सांप्रदायिक सद्भाव मिशन के अंतर्गत समाज के विभिन्न वर्गों, जातियों और संप्रदाय के लोगों के बीच एकता, भाईचारे और सौहार्द की भावना का प्रचार किया। इसके साथ-साथ सांप्रदायिक दंगों में अनाथ हुए बच्चों के लिए आसपास के गांवों में घर-घर जाकर 41000/- (इकतालीस हजार) रुपए का दान भी एकत्रित किया।
गांव के लोगों ने भी स्वयंसेवीओं के इस कार्य की प्रशंसा करते हुए उन्हें सामर्थ्य अनुसार दान दिया। राष्ट्रीय सेवा योजना के प्रभारी श्री संजय कुमार ने इस कार्य के लिए स्वयंसेवीओं को प्रेरित किया और उनका मार्गदर्शन किया। विद्यालय के प्रधानाचार्य महोदय श्री सतीश कुमार और अन्य अध्यापकों ने भी स्वयंसेवीओं के इस कार्य की भूरी भूरी प्रशंसा की। उन्होंने स्वयंसेवी ओं को संबोधित करते हुए कहा कि हमें समाज सेवा के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए और समाज के प्रति अपने कर्तव्य को निभाना चाहिए। गौरतलब है कि राष्ट्रीय सांप्रदायिक सद्भाव प्रतिष्ठान भारत सरकार का एक स्वतंत्र निकाय है और सांप्रदायिक हिंसा में निराश्रित हुए बच्चों की मदद करता है। इस विद्यालय के स्वयंसेवी पहले भी इस प्रकार के सेवा भाव के कार्यों में बढ़-चढ़कर भाग लेते रहे हैं