जौनपुर, अनिल विश्वकर्मा
कलेक्ट्रेट सभागार में रविवार को विकास कार्यों की समीक्षा बैठक में जनप्रतिनिधि अफसरों पर हमलावर रहे। स्वास्थ्य, पेयजल, बिजली और कृषि से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले उठे तो अफसर निरुत्तर हो गए। मुंगरा विधायक ने विधायक निधि से डेढ़ वर्ष पहले स्वीकृत 55 हैंडपंपों को सिर्फ बोरिंग कराकर छोड़ने के बाद भी कागज पर पूर्ण दिखाने पर नाराजगी जताई। बदलापुर विधायक ने कृषि विभाग पर सिर्फ चुनिंदा लोगों को लाभ देने का आरोप लगाया। डीएम ने जांच का आश्वासन दिया।
प्रभारी मंत्री उपेंद्र तिवारी की अध्यक्षता में हुई बैठक में विकास योजनाओं और लंबित परियोजनाओं की बिंदुवार समीक्षा की गई। प्रभारी मंत्री ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि सरकार की योजनाओं का शत-प्रतिशत लाभ आम जनता को दिलाना सुनिश्चित करें। अगर किसी अपात्र को लाभान्वित किया गया तो जिम्मेदारी संबंधित अधिकारी की तय करते हुए कार्रवाई होगी। स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान विधायक सुषमा पटेल ने 102 एंबुलेंस सेवा के जरिए गर्भवती महिलाओं को निजी अस्पताल में पहुंचाने की शिकायत की। कहा कि मुंगराबादहशापुर क्षेत्र के कई अस्पतालों के कर्मचारियों और एएनएम, आशा की मिलीभगत से यह खेल चल रहा है।
कमीशन के फेर में मरीजों को निजी अस्पताल पहुंचाया जा रहा। मंत्री ने सीएमओ को जांच का निर्देश दिया। कहा कि सभी अस्पतालों में डॉक्टरों की उपस्थिति अनिवार्य रूप से सुनिश्चित करें। साफ-सफाई और दवाई की उपलब्धता में कमी नहीं आनी चाहिए। कृषि विभाग की समीक्षा के दौरान बदलापुर विधायक रमेश मिश्र ने कहा कि कृषि विभाग कुछ लोगों को ही सुविधाओं का लाभ दे रहा है। प्रभारी मंत्री ने डीएम को जांच का निर्देश दिया।
पीओ डूडा अनिल वर्मा को निर्देशित किया कि आवास के नाम पर कोई भी व्यक्ति वसूली न करने पाए। कायाकल्प के तहत विद्यालयों में भेजे गए पैसे की उपयोगिता और विद्यालयों में विद्युतीकरण की स्थिति जांचने का निर्देश दिया। डीपीआरओ को अभियान चलाकर अवशेष लोगों का शौचालय बनवाने और प्रधानमंत्री आवास प्लस की सूची पंचायत भवन पर अंकित करवाने को कहा। बैठक में राज्य मंत्री गिरीश चंद्र यादव, डीएम मनीष कुमार वर्मा, एसपी राजकरन नय्यर, एडीएम रामप्रकाश, सीआरओ राजकुमार द्विवेदी, विधायक प्रतिनिधि वेदप्रकाश, आरडी चौधरी आदि मौजूद रहे।