पुलिस और प्रशासन पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर रहे हैं और यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि धमकी भरा ईमेल किसने और कहां से भेजा। इससे पहले भी शिमला सचिवालय, हाईकोर्ट और जिला अदालत को इसी तरह की धमकियां मिल चुकी हैं, लेकिन हर बार यह अफवाह साबित हुई।